नॉवेल कोरोना वायरस के कारण चीन की यूनिवर्सिटी में देर से शुरू हुई परीक्षा
चीन के वुहान से पिछले साल के अंत में निकले कोरोना वायरस ने तीन महीनों में ही महामारी का रूप ले लिया जिसके बाद सभी सामूहिक आयोजनों को रद कर दिया गया था
बीजिंग, एपी। चीन की यूनिवर्सिटी में मंगलवार को प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई। इसमें 1 करोड़ 10 लाख स्टूडेंटस मौजूद थे। इसे पहले ही आयोजित किया जाना था लेकिन अब इस घातक वायरस के कारण काफी देर हो चुकी है। महामारी शुरू होने के बाद से चीन में यह पहला इवेंट है जिसमें सामूहिक तौर पर लोग जमा हो रहे हैं। मंगलवार को चीन में संक्रमण के 8 नए मामले सामने आए। ये सभी देश के बाहर से आए मामले हैं। हालांकि चीनी प्रशासन ने संक्रमण को रोकने के लिए कई सख्त नियम लागू कर दिए हैं।
ये नियम हैं-
- स्वस्थ होने का देना होगा सबूत
- शारीरिक दूरी के नियमों का करना होगा पालन
- परीक्षा केंद्रों में फेस मास्क के साथ ही मिलेगा छात्र छात्राओं को प्रवेश। हालांकि परिसर में प्रवेश के बाद मुफ्त में नया मास्क वितरित किया जाएगा।
- छात्र-छात्राओं का शारीरिक तापमान की होगी जांच
- परिसर के बेंच समेत हर सामान को सैनिटाइज किया जाएगा।
- चीन से निकले नॉवेल कोरोना वायरस ने दुनिया भर के देशों में तबाही मचा दी है।
अब तक हो चुकी है 4 हजार से अधिक मौतें
चीन केे राष्ट्रीय स्वास्थ्य परिषद के अनुसार, देश में अब तक घातक वायरस संक्रमण के आठ नए मामले सामने आए हैं। ये सभी लोग देश से बाहर से आए हैं। चीन में महामारी की वजह से अब तक 4 हजार 6 सौ 34 लोगों की मौत हुई है और 83 हजार 5 सौ 65 लोग संक्रमित हो चुके हैं।
तीन महीनों में बना महामारी
वर्ष 2019 के दिसंबर माह की शुरुआत में निकले नॉवेल कोरोना वायरस का पहला मामलाा चीन के वुहान में ही आया था। इसके बाद के तीन महीनों के भीतर इसने पूरी दुनिया को अपने गिरफ्त में ले लिया। वर्ष 2020 के मार्च के शुरुअत में ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महामारी बता दिया था।