Move to Jagran APP

ताइवान पर नजर रखने को चीन ने लगातार तीसरे दिन भेजे टोही विमान

ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि चीन की सेना ने सोमवार मंगलवार और बुधवार को दो-दो टोही विमान भेजे थे। इसके जवाब में ताइवानी विमानों को रवाना किया गया था। राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने गत मंगलवार को एक सैन्य अड्डे का दौरा कर हौसला बढ़ाया था।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 24 Sep 2020 04:29 PM (IST)Updated: Thu, 24 Sep 2020 04:29 PM (IST)
ताइवान पर नजर रखने को चीन ने लगातार तीसरे दिन भेजे टोही विमान
ताइवान की सीमा में प्रवेश करते चीन के टोही विमान। (रायटर्स)

ताइपे, एपी। चीन द्वीपीय क्षेत्र ताइवान को डराने की हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। उसने इस पर नजर रखने के लिए लगातार तीन दिन टोही विमान भेजे। ताइवान के गश्ती विमानों ने इन्हें खदेड़ दिया। चीन इस क्षेत्र को अपना हिस्सा मानता है।

loksabha election banner

चीन ने तीन दिन दो-दो टोही विमान भेजे   

 ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में बताया कि चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने सोमवार, मंगलवार और बुधवार को दो-दो टोही विमान भेजे थे। इसके जवाब में ताइवानी विमानों को रवाना किया गया था। इससे पहले इस स्वायत्त द्वीप की राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने गत मंगलवार को एक सैन्य अड्डे का दौरा किया था और सैनिकों का हौसला बढ़ाया था।

अमेरिका के मंत्री की यात्रा से नाराज है चीन 

बता दें कि ताइवान स्ट्रेट में उस समय से तनाव बढ़ गया है, जब गत हफ्ते अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री कीथ क्रैच ताइवान की तीन दिनी यात्रा पर पहुंचे। उनकी यात्रा के दौरान बीते शनिवार को चीन के 19 लड़ाकू विमान ताइवान के हवाई क्षेत्र में घुस गए थे। इससे एक दिन पहले बीजिंग ने 18 लड़ाकू विमान भेजे थे।

ताइवान ने दिया करारा जवाब  

चीन की इस गीदड़ भभकी से ताइवान पर कोई फर्क पड़ता दिखाई नहीं दिया। ऐसा इसलिए भी है क्‍योंकि ताइवान ने चीन के लड़ाकू विमानों को अपनी हवाई सीमा से बाहर खदेड़ने में कोई देरी नहीं की। कीथ के दौरे पर चीन ने ताइवान की राष्‍ट्रपति साई इंग वेन पर निशाना साधते हुए कहा था कि अमेरिका के नजदीक जाकर वो आग से खेल रही हैं। हालांकि वो इस तरह का बयान पहली बार नहीं दे रहा है। 2017 में ताइवान-भारत के बीच जो एमओयू साइन किया गया था उस वक्‍त भी ऐसा ही बयान चीन की तरफ से आया था। चीन ने ताइवान को ये कहते हुए धमकी दी थी कि यदि किसी भी सूरत से उसने चीन से अलग होने की सोची तो वो युद्ध करने से पीछे नहीं हटेगा। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.