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शिनजियांग में मुस्लिम आबादी कम करने की फिराक में चीन, गर्भनिरोधक उपाय अपनाओं नहीं तो भुगतो

चीन के शिनजियांग में महिलाओं को गर्भनिरोधक उपाय अपनाने के लिए किया जाता है विवश। चीन के अधिकारी उइगर बहुल शिनजियांग में महिलाओं को कम बच्चे पैदा करने के लिए विवश कर रहे हैं। चीन पिछले कई वर्षो से शिनजियांग में उइगर मुस्लिमों पर सख्ती कर रहा है।

By Nitin AroraEdited By: Published: Mon, 10 May 2021 07:56 PM (IST)Updated: Mon, 10 May 2021 07:56 PM (IST)
शिनजियांग में मुस्लिम आबादी कम करने की फिराक में चीन, गर्भनिरोधक उपाय अपनाओं नहीं तो भुगतो
शिनजियांग में मुस्लिम आबादी कम करने की फिराक में चीन, गर्भनिरोधक उपाय अपनाओं नहीं तो भुगतो

बीजिंग, न्यूयॉर्क टाइम्स। चीन अपने शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों पर शिकंजा कसता जा रहा है। वह अब इस समुदाय की आबादी कम करने की फिराक में जुट गया है। इसके लिए उइगर महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है। उन्हें गर्भनिरोधक उपाय अपनाने के लिए विवश किया जाता है। ऐसा नहीं करने पर भारी-भरकम जुर्माने या हिरासत का सामना करना पड़ता है।

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चीन में अधिकारियों का दोहरा चरित्र सामने आ रहा है। वे चीन की गिरती जन्मदर को रोकने के प्रयास में जहां देशभर की महिलाओं को ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं तो वहीं उइगर बहुल शिनजियांग में महिलाओं को कम बच्चे पैदा करने के लिए विवश कर रहे हैं। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि महिलाओं के लिए गर्भनिरोधक डिवाइस लगवाना स्वैच्छिक है। लेकिन सरकारी सूचनाओं और मीडिया में आई खबरों से जाहिर होता है कि चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी क्षेत्र की आबादी नियंत्रित करने के लिए बलपूर्वक प्रयास कर रही है। शिनजियांग की कई महिलाओं ने बताया कि उन पर दबाव डाला जाता है। अगर कोई महिला कई बच्चों की मां है और उसने गर्भनिरोधक प्रक्रिया अपनाने से इन्कार कर दिया तो उसे भारी जुर्माने या हिरासत केंद्र का सामना करना पड़ता है। हिरासत केंद्र का सामना करने वाली कुछ महिलाओं ने कहा कि उनको अत्याचार का सामना करना पड़ा। उनको ऐसी दवाएं दी गई, जिससे उनकी माहवारी बंद हो गई। एक महिला ने बताया कि उसके साथ दुष्कर्म किया गया।

उल्लेखनीय है कि चीन पिछले कई वर्षो से शिनजियांग में उइगर मुस्लिमों पर सख्ती कर रहा है। यहां के अधिकारी लोगों पर कड़ी नजर रखते हैं। इसके लिए निगरानी उपकरण लगाए गए हैं। कई हिरासत केंद्र भी बनाए गए हैं, जहां लाखों उइगरों को रखा गया है। चीन इन हिरासत केंद्रों को व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र बताया है। उसके इन कदमों की अमेरिका समेत कई देश आलोचना कर चुके हैं।


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