चीन में मार्क्सवादी समूह पर कार्रवाई का विरोध कर रहे छात्र हिरासत में
पुलिस इस कार्यक्रम की जानकारी चाहती थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। 24 घंटे की हिरासत के बाद उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
बीजिंग, रायटर। चीन की पेकिंग यूनिवर्सिटी के मार्क्सवादी सोसाइटी (समूह) पर हुई कार्रवाई का विरोध कर रहे छात्रों को शुक्रवार को हिरासत में ले लिया गया। बता दें कि यूनिवर्सिटी के मार्क्सवादी सोसाइटी के पूर्व प्रमुख किउ जांक्सुआन को बीते बुधवार को गिरफ्तार किया गया था। वह 26 दिसंबर को आधुनिक चीन के संस्थापक माओ त्से तुंग की 125 वीं जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन करने वाले था। पुलिस इस कार्यक्रम की जानकारी चाहती थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। 24 घंटे की हिरासत के बाद उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी ने किउ को उनके पद से हटा दिया और सोसाइटी को दोबारा गठित करने की बात कही। किउ का कहना है कि पुलिस सोसाइटी के कई सदस्यों को साजिश करने के आरोप में फंसाने की कोशिश कर चुकी है। उन्हें कमजोर करने के लिए सोसाइटी को दोबारा गठित करने का फैसला लिया गया है। छात्र इसी फैसले का विरोध कर रहे थे, जिस कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
उल्लेखनीय है कि चीन की सत्तारुढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के लिए आधिकारिक तौर पर माओ अब भी काफी सम्मानित हैं। लेकिन वह उनके मूल्यों के खिलाफ काम कर रही है। इसी क्रम में सरकार ने फैक्ट्री मजदूरी को संघ बनाने का अधिकार देने की मांग कर रहे छात्र संगठनों और कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई तेज की है।