Move to Jagran APP

ताइवान के समर्थन पर चीन ने नए अमेरिकी कानून की निंदा की, शी ने ट्रंप से फोन पर वार्ता की

चीन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने चीनी राजधानी में ब्रीफिंग के दौरान कहा कि हम अमेरिका से आग्रह करते हैं कि वह ताइवान में दखल देना बंद करे।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Fri, 27 Mar 2020 03:33 PM (IST)Updated: Fri, 27 Mar 2020 03:33 PM (IST)
ताइवान के समर्थन पर चीन ने नए अमेरिकी कानून की निंदा की, शी ने ट्रंप से फोन पर वार्ता की
ताइवान के समर्थन पर चीन ने नए अमेरिकी कानून की निंदा की, शी ने ट्रंप से फोन पर वार्ता की

बीजिंग, एजेंसी । कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच चीन ने शुक्रवार को उस अमेरिकी कानून की निंदा की है, जिसका मकसद ताइवान की अंतरराष्‍ट्रीय भूमिका को सुदृढ़ करना है। चीन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने चीनी राजधानी में ब्रीफिंग के दौरान कहा कि हम अमेरिका से आग्रह करते हैं कि वह ताइवान में दखल देना बंद करे। चीन ने एक बार फ‍िर वही तर्क दोहराया कि ताइवना उसका आंतरिक मामला है। इसलिए वह किसी देश का हस्‍तक्षेप नहीं स्‍वीकार करेगा। इस बीच चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिकी राष्‍ट्रपति अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बात की।

loksabha election banner

चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर वार्ता की। वार्ता के दौरान चीनी राष्ट्रपति ने ट्रंप से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि संयुक्त राज्य अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने के लिए ठोस कार्रवाई करेगा। दोनों नेताओं के बीच फोन पर वार्ता ऐसे समय हो रही है, जब कोरोना वायरस महामारी सहित विभिन्‍न मुद्दों पर वाशिंगटन और बीजिंग के बीच लंबे समय से शीत युद्ध जैसे हालात हैं। चीनी मंत्रालय द्वारा प्रकाशित बातचीत के एक लेख के अनुसार शी ने ट्रंप को यह भी बताया कि उनके देशों के बीच सहयोग एकमात्र सही विकल्प है। चीन कोरोना वायरस से निपटने में संयुक्त राज्य अमेरिका का समर्थन करने के लिए तैयार है। शी ने संयुक्त राज्य अमेरिका को समर्थन की पेशकश की, जिसमें अब चीन की तुलना में अधिक कोरोना वायरस संक्रमण है।

बता दें कि कोरोना वायरस पिछले साल के अंत में चीन के वुहान में उभरा और वैश्विक स्तर पर फैल गया। इस पर ट्रंप और शीर्ष अमेरिकी अधिकारियों ने चीन पर वायरस को लेकर पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाया है। बता देंं क‍ि अमेरिका ने कोरोना वायरस के संक्रमित मामलों की संख्या में चीन को भी पीछे छोड़ दिया है। जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय के रियल टाइम कोरोना वायसर ट्रैकर के मुताबिक संयुक्त राज्य अमेरिका में घातक कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 82,404 हो गई है। इसकी एक वजह यह भी है की अमेरिका महामारी से प्रभावित अन्य देशों की तुलना में बड़े पैमाने पर लोगों की जांच कर रहा है। व्हाइट हाउस के कोरोना वायरस प्रतिक्रिया के समन्वयक डॉ. डेबोरा बीरक्स ने गुरुवार को संवाददाताओं को बताया कि अबतक हमने 3 लाख 70 हजार लोगों का परीक्षण किया है। पिछले आठ दिनों में हमने 2 लाख 20 हजार से अधिक लोगों की जांच की है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.