पाकिस्तान के समर्थन में एक बार फिर उतरा चीन, अंतरराष्ट्रीय समुदाय से की ये अपील
चीन ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा उठाए गए कदमों का सम्मान करना चाहिए।
बीजिंग, एएनआइ। आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान के समर्थन में चीन अब खुलकर सामने आ गया है। जहां पूरी दुनिया पाकिस्तान से आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कह रही है। वहीं, चीन ने एक बार पाकिस्तान का बचाव किया है। चीन ने कहा है कि पाकिस्तान खुद आतंकवाद से पीड़ित है और उसने आतंकवाद से लड़ने के लिए जबरदस्त प्रयास किया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आतंकवाद के खिलाफ उठाए गए कदमों का सम्मान करना चाहिए।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि आतंकवाद सभी देशों के लिए एक चुनौती है। पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए जबरदस्त प्रयास किए हैं और बलिदान भी दिए हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इसका सम्मान करना चाहिए। चीन सभी तरह के आतंकवाद का विरोध करता है।
Terrorism is a common challenge faced by all countries. Pakistan has made tremendous efforts and sacrifice in fighting terrorism. The international community should recognise & respect that. China opposes all kinds of terrorism: Chinese Foreign Ministry spokesperson Zhao Lijian pic.twitter.com/eXwFm2FS4y— ANI (@ANI) September 11, 2020
यूएस-इंडिया काउंटर-टेररिज्म जॉइंट वर्किंग ग्रुप और डेसिगनेशंस डायलॉग में संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत ने पाकिस्तान से यह सुनिश्चित करने को कहा कि उसके नियंत्रण वाले किसी भी क्षेत्र का आतंकवादी हमलों के लिए उपयोग न किया जाए। इसके लिए तत्काल, निरंतर और अपरिवर्तनीय कार्रवाई की आवश्यकता को रेखांकित किया गया।
यूएस-इंडिया काउंटर-टेररिज्म जॉइंट वर्किंग ग्रुप की 17वीं बैठक के यूएस-इंडिया डेसिगनेशंस डायलॉग के तीसरे सत्र में काउंटर-टेररिज्म के संयुक्त सचिव महावीर सिंघवी और अमेरिकी विदेश विभाग के समन्वयक नाथन ए सेल्स ने दोनों देशों के बीच मौजूद व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी पर करीबी समन्वय जारी रखने के साथ ही काउंटर टेररिज्म पर भी चर्चा की।
अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा जारी बयान के अनुसार, 'दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्वीकृत आतंकवादी संस्थाओं के खतरों पर विचारों का आदान-प्रदान किया और अल-कायदा, आईएसआईएस, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन सहित सभी आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ ठोस कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया।
बैठक में पाकिस्तान को 26/11 मुंबई और पठानकोट सहित ऐसे हमलों के अपराधियों को जल्द न्याय के दायरे में लाने को कहा गया। अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के लोगों और सरकार के लिए अपने समर्थन को दोहराया। दोनों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2396 में उल्लिखित महत्वपूर्ण प्रावधानों और दायित्वों के अनुरूप अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों की यात्रा को बाधित करने की सूचना साझा करने और अन्य कदमों पर सहयोग को मजबूत करने के लिए संयुक्त प्रतिबद्धता जताई।