कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने में डब्ल्यूएचओ की मदद को तैयार हुआ चीन
दुनिया में कोरोना वायरस महामारी फैलने को लेकर चीन खुद सवालों के घेरे में है। इस बीच चीन ने गुरुवार को कहा कि वह कोरोना की उत्पत्ति का पता लगाने के वैश्विक प्रयासों में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मदद करने को तैयार है।
बीजिंग, प्रेट्र। चीन ने गुरुवार को कहा कि वह कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने के वैश्विक प्रयासों में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मदद करने को तैयार है। दुनिया में महामारी फैलने को लेकर चीन सवालों के घेरे में है। तमाम विशेषज्ञ कोरोना वायरस का उत्पत्ति स्थल चीनी शहर वुहान को मानते हैं और उनका आरोप है कि चीन ने समय रहते इस घातक वायरस के बारे में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं कराई।
वायरस के मूल का पता लगाने में मदद करने संबंधी चीन का बयान ऐसे समय आया है जब संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी के विशेषज्ञ मध्य चीनी शहर का दौरा करने की तैयारी कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी की 10 सदस्यीय टीम कोरोना वायरस के उत्पत्ति स्थल की जांच करने अगले महीने वुहान शहर का दौरा करेगी।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने मीडिया ब्रीफिंग में एक सवाल के जवाब में कहा कि डब्ल्यूएचओ ने भी चीन को कोरोना वायरस के उत्पत्ति स्थल का पता लगाने संबंधी प्रयासों की ताजा स्थिति से अवगत कराया है। उन्होंने कहा कि चीन इस वायरस के मूल का पता लगाने के वैश्विक प्रयासों में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मदद करने को तैयार है।
चीन और यूएई की चार कंपनियों को अमेरिका ने किया ब्लैक लिस्ट
अमेरिका ने चीन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) स्थित पेट्रोलियम उत्पाद की चार कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। ये कंपनियां ईरान से पेट्रो कैमिकल्स ले रही थीं। माना जा रहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने पद को छोड़ने से पहले ईरान पर और पाबंदियां लगा सकते हैं। यह कार्रवाई उसी कड़ी में है। अमेरिका के वित्त मंत्रालय ने बताया कि चार कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है, ये कंपनियां ईरान की ट्रिलियंस पेट्रोकैमिकल कंपनी लिमिटेड से उत्पादों का आयात करती थीं। इस कंपनी पर जनवरी माह में ही अमेरिकी प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया है।