चीन में सप्ताह में तीन घंटे से ज्यादा आनलाइन गेम नहीं खेल सकेंगे बच्चे
चीन में एक सितंबर से बच्चे शुक्रवार सप्ताहांत और सार्वजनिक अवकाश के दिन सुबह आठ बजे से नौ बजे तक गेम खेल सकते हैं। इससे साल के अधिकांश सप्ताह में बच्चों के गेम खेलने की सीमा प्रति सप्ताह तीन घंटे तक सीमित होने जा रही है।
बीजिंग, एपी। बच्चों के सप्ताह में तीन घंटे से ज्यादा आनलाइन गेम खेलने पर चीन प्रतिबंध लगाने जा रहा है। गेम इंडस्ट्री पर अभी तक का यह सबसे कठोर प्रतिबंध होगा। चीनी नियामक टेक्नालाजी सेक्टर पर अंकुश लगाने का सिलसिला जारी रखे हुए है।
नेशनल प्रेस एंड पब्लिकेशन एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से जारी नोटिस के अनुसार, चीन में एक सितंबर से बच्चे शुक्रवार, सप्ताहांत और सार्वजनिक अवकाश के दिन सुबह आठ बजे से नौ बजे तक गेम खेल सकते हैं। इससे साल के अधिकांश सप्ताह में बच्चों के गेम खेलने की सीमा प्रति सप्ताह तीन घंटे तक सीमित होने जा रही है। इससे पहले 2019 में लागू प्रतिबंध के तहत बच्चों को रोजाना डेढ़ घंटे और सार्वजनिक अवकाश के दिन तीन घंटे तक गेम खेलने की अनुमति दी गई थी।
नए नियम से गेम क्षेत्र की बड़ी कंपनी टेनसेंट समेत चीन की कुछ बड़ी तकनीकी कंपनियां प्रभावित होंगी। टेनसेंट का आनर आफ किंग्स आनलाइन मल्टीप्लेयर गेम दुनिया भर में लोकप्रिय है। इसके अलावा नेटइज गेमिंग कंपनी भी प्रभावित होगी।
बच्चों को लॉकडाउन में वीडियो गेम खेलने की लगी लत
वहीं, दूसरी ओर एक अध्ययन से पता चला है कि कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन में बच्चों पर बेहद बुरा असर पड़ा है। अध्ययन के मुताबिक बच्चों को सबसे ज्यादा आंखों की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इससे बच्चों में निकट दृष्टि दोष या myopia नाम की बीमारी बढ़ने लगी है। अध्ययन में कहा गया है कि लॉकडाउन के कारण बच्चे के आउटडोर गेम खत्म हो गए है, उनका बाहर निकलना बंद हो गया है। ऐसे में ज्यादातर बच्चों ने टीवी, लैपटाप या मोबाइल में वीडियो गेम खेलकर अपना मन बहलाया है। इसका गलत असर उनकी सेहत पर पड़ा है।