South China Sea: हांगकांग के बाद अब वियतनाम को उकसा रहा है चीन
दक्षिण चीन सागर में दावा करने वाला चीन अब वियतनाम को उकसा रहा है।
वाशिंगटन, एएनआइ। चीनी तट रक्षक जहाज एक बार फिर दक्षिण चीन सागर में वैनगार्ड बैंक ( Vanguard Bank) के निकट नजर आ रही है जो वियतनाम और चीन के बीच का फ्लैशप्वाइंट है। यह जानकारी वेसेल ट्रैकिंग सॉफ्टवेयर की ओर से मिली है। लंबे समय से चीन दक्षिण चीन सागर में फिलीपींस और वियतनाम जैसे कई देशों के साथ भिड़ता रहता है। चीन सागर के 80 फीसद हिस्सा पर अपना दावा ठोकता है। इसी जलक्षेत्र में अमेरिकी नेवी ने युद्धाभ्यास किया था।
1 जुलाई को वियतनाम का रुख
1 जुलाई को सान्या (Sanya) बंदरगाह से निकले चीनी तट रक्षक जहाज को 2 जुलाई को सुबी रीफ (Subi Reef) में रुका पाया गया जो चीन के स्पार्टली आइलैंड में सबसे बड़े आर्टिफिशियल आइलैंड में से एक है। इसके बाद यह वैनगार्ड बैंक की ओर बढ़ा और 4 जुलाई को वियतनाम के तट के पास 200 नॉटिकल मील तक पहुंच गया और अभी भी वहीं मौजूद है। हालांकि यह पूरी तरह से जलमग्न आइलैंड है। वियतनाम के दक्षिणी तट के पास मौजूद वैनगार्ड बैंक को लेकर चीन व वियतनाम के बीच विवाद है।
दक्षिण चीन सागर
फिलहाल सार्वजनिक तौर पर मौजूद शिप 5402 को लेकर वियतनाम की ओर से मौजूदा स्थिति पर किसी तरह का बयान नहीं आया है। यह प्रशांत महासागर के पश्चिमी किनारे से सटा हुआ है और एशिया के दक्षिण-पूर्व में पड़ता है। इसका दक्षिणी हिस्सा चीन के मेनलैंड को छूता है। दूसरी ओर दक्षिण-पूर्वी भाग पर ताइवान अपनी दावेदारी रखता है। सागर का पूर्वी तट वियतनाम और कंबोडिया से जुड़ा हुआ है। पश्चिमी तट पर फिलीपींस है। उत्तरी इलाके में इंडोनेशिया के द्वीप हैं। इस तरह से कई देशों से जुड़ा होने के कारण इसे दुनिया के कुछ सबसे ज्यादा व्यस्त जलमार्गों में से एक माना जाता है। इसी मार्ग से हर साल 5 ट्रिलियन डॉलर मूल्य का इंटरनेशनल बिजनेस होता है. ये मूल्य दुनिया के कुल समुद्री व्यापार का 20 फीसद है। इस सागर के जरिए चीन अलग-अलग देशों तक व्यापार में सबसे आगे जाना चाहता है।