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हांगकांग यूनिवर्सिटी के अंदर अभी भी मौजूद हैं करीब 100 प्रदर्शनकारी

सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कम से कम 100 प्रदर्शनकारी मंगलवार को भी हांगकांग यूनिवर्सिटी ऑफ पालिटेक्निक में मौजूद हैं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 19 Nov 2019 09:47 PM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 09:47 PM (IST)
हांगकांग यूनिवर्सिटी के अंदर अभी भी मौजूद हैं करीब 100 प्रदर्शनकारी
हांगकांग यूनिवर्सिटी के अंदर अभी भी मौजूद हैं करीब 100 प्रदर्शनकारी

 हांगकांग, एपी। सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कम से कम 100 प्रदर्शनकारी मंगलवार को भी हांगकांग यूनिवर्सिटी ऑफ पालिटेक्निक में मौजूद हैं। शहर की मुख्य कार्यकारी कैरी लाम ने कहा है कि 600 लोग विवि परिसर से जा चुके हैं, इनमें से 18 साल से कम आयु वर्ग के 200 किशोर शामिल हैं। उधर, चीन ने हांगकांग में नए पुलिस प्रमुख क्रिस तांग-पिंग-क्यूंग की नियुक्ति की है। वह लो वाई-चुंग की जगह लेंगे जो 35 साल के बाद सोमवार को सेवानिवृत्त हो गए।

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विश्वविद्यालय परिसर को जल्द खाली करने का दिया निर्देश

दरअसल, पुलिस ने विश्वविद्यालय को चारों तरफ से घेर रखा है और जो भी बाहर निकलता है उसे वे गिरफ्तार कर रहे हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को मनाने के लिए दो मध्यस्थों को भी सोमवार देर शाम विवि के अंदर भेजा था, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने विवि परिसर छोड़ने से इन्कार कर दिया। यह हालत तब है जब उनके पास खाने-पीने की चीजें खत्म हो रही हैं। मुख्य कार्यकारी लाम ने कहा कि जो प्रदर्शनकारी 18 साल से कम आयु के हैं उन्हें तत्काल गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, लेकिन बाद में उन्हें आरोपों का सामना करना पड़ सकता है। विवि से बाहर निकले 400 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

सलाहकारों के साथ साप्ताहिक बैठक के बाद उन्होंने कहा कि वह विवि परिसर में मौजूद बाकी प्रदर्शनकारियों को बाहर आने के लिए मनाने की हर तरह की कोशिश करेंगी ताकि जितनी जल्दी हो सके इस पूरे अभियान को शांतिपूर्ण तरीके से समाप्त कराया जा सके। यह पूछे जाने पर कि क्या वह प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए हांगकांग में मौजूद चीन की सेना की मदद लेंगी, लाम ने कहा कि उनकी सरकार स्थिति पर नियंत्रण करने में सक्षम है।

प्रत्यर्पण विधेयक को लेकर पांच महीने पहले शुरू हुआ था आंदोलन

विवादित प्रत्यर्पण विधेयक को लेकर हांगकांग में पांच महीने पहले शुरू हुआ प्रदर्शन अब लोकतंत्र और स्वायत्तता की मांग को लेकर जोर पकड़ने लगा है। यह आंदोलन अब विश्वविद्यालयों में फैल गया है। प्रदर्शनकारी छात्र मास्क पहनकर पहुंच रहे हैं, जबकि पुलिस भी आंसू गैस के गोले छोड़ रही है। पिछले सप्ताह एक प्रदर्शनकारी छात्र की मौत के बाद यह विरोध और ¨हसक हो गया।

चीन ने कहा, हांगकांग हाईकोर्ट को नियम बनाने का अधिकार नहीं

चीन ने मंगलवार को हांगकांग हाई कोर्ट के उस फैसले पर गहरा असंतोष जताया, जिसमें मास्क पहनकर प्रदर्शन करने पर रोक लगाई गई थी। चीन के कानूनी मामलों के आयोग के प्रवक्ता झांग तिवेई ने कहा कि कई सांसदों ने हांगकांग हाई कोर्ट के निर्णय पर गहरा अंसतोष जताया है और हम इसे पलट भी सकते हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ चीन की संसद ही इस बात का निर्णय ले सकती है कि हांगकांग का कानून वहां के संविधान के अनुरूप है या नहीं।

हांगकांग में हो रही हिंसा को लेकर अमेरिका चिंतित 

 अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो का कहना है कि हांगकांग में हो रही हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता को लेकर अमेरिका चिंतित है। सिर्फ पुलिस बल का प्रयोग करके अशांति और हिंसा को दबाया नहीं जा सकता है। सरकार को जनता की चिंताओं को दूर करने के लिए स्पष्ट कदम उठाने चाहिए। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को हांगकांग के लोगों से किए गए वादे को निभाना चाहिए।

 ब्रिटेन में चीन के राजदूत लियू जिआओमिंग का कहना है कि ब्रिटेन और अमेरिका चीन के आतंरिक मामलों में दखल दे रहे हैं। हम चेतावनी देते हैं कि अगर हांगकांग की स्थिति बेकाबू हुई तो चीन की सरकार हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठी रहेगी।


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