चीन में फिर 5 लाख लोग सख्त लॉकडाउन में, अब बीफ और मटन बाजार में मिला कोरोना
बीजिंग से लगभग 150 किलोमीटर दूर एक्शिन काउंटी को कोरोनावायरस से बचाने के लिए पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया है। जिससे इसका प्रसार रोका जा सके।
बीजिंग, रॉयटर्स। चीन के दूसरे शहरों में कोरोनावायरस का प्रसार बढ़ रहा है। ऐसे में वहां के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी खासे चिंतित है। इस पर लगाम के लिए अब चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि बीजिंग से लगभग 150 किलोमीटर दूर एक्शिन काउंटी को पूरी तरह से "सील और नियंत्रित" किया जाएगा।
वहां वैसे ही कदम उठाए जा रहे है जैसे इस साल की शुरुआत में वुहान में उठाए गए थे। इसी वुहान से कोरोना संक्रमण की बीमारी दुनिया भर में फैली थी। चीन में कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या 84,743 है जिनमें से 4,641 लोगों की मौत हुई है। इस बीमारी से संक्रमित 79,591 लोग ठीक हो गए हैं।
चीन में महामारी रोकथाम टास्क फोर्स ने एक बयान में कहा है कि एक्शिन काउंटी में हर परिवार के सिर्फ एक आदमी को ही एक दिन में घर से बाहर जाने की अनुमति होगी, ताकि वह दवाई और खाना खरीद सके। बीजिंग में बीते 24 घंटे में कोरोना के 14 नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद दो करोड़ की आबादी वाले बीजिंग में कोरोना वायरस के कुल 311 मामले हो गए हैं। चीन में कोरोना महामारी को आमतौर पर काबू कर लिया गया है, लेकिन हाल के सप्ताह में बीजिंग में सैकड़ों नए मामलों के अलावा हुबेई प्रांत के आसपास के इलाकों में भी नए मामले सामने आए हैं।
चीन में कोरोना वायरस के इस नए फैलाव का पता जून के मध्य में चला। बताया जाता है कि यह वायरस शहर के शिनफादी थोक बाजार से फैलना शुरू हुआ, जो बीजिंग में खाने की आपूर्ति का एक बड़ा जरिया है। नए मामलों में से एक तिहाई मामलों को मार्केट से बीफ और मटन सेक्शन से जोड़कर देखा जा रहा है। वहां काम करने वाले लोगों को एक महीने के लिए क्ववांटरीन किया जा रहा है। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक एक्शिन काउंटी से शिनफादी बाजार में ताजे पानी की मछलियां सप्लाई की जाती हैं।
कोरोनावायरस का नया फैलाव
बीजिंग में कोरोना वायरस के नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण की नई लहर का खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि राजधानी में महामारी की स्थिति गंभीर और जटिल है। उन्होंने चेतावनी दी कि शहर के प्रशासन को लगातार पता लगाना होगा कि महामारी कहां से फैल रही है। पिछले दो हफ्तों में राजधानी के थोक बाजार और रेस्त्रां में काम करने वाले लोगों के साथ साथ मध्यम और ज्यादा जोखिम वाले इलाकों में रहने वाले लोगों का बड़े पैमाने पर टेस्ट किया गया है।
बीजिंग के अधिकारियों ने स्कूलों को फिर से बंद कर दिया है और कई इलाकों में लॉकडाउन लगा दिया है। बीजिंग से बाहर जाने वाले व्यक्ति को कोरोना निगेटिव रिपोर्ट पेश करनी होगी और टेस्ट सात दिन से ज्यादा पुराना नहीं होना चाहिए। शनिवार को खत्म होने वाले तीन दिन के ड्रैगन बोट फेस्टिवल में करोड़ों लोगों ने यात्राएं की थीं। हालांकि तुरंत इससे जुड़े नए संक्रमण का पता नहीं चला है।
कहां से फैला वायरस, बहस बरकरार
इन सबके बावजूद अभी तक ये तय नहीं हो पाया है कि कोरोनावायरस चीन में किस जगह से फैला है। ये वॉयरोलॉजी लैब से फैला या यहां की मीट मार्केट से। सबसे पहले इससे संक्रमित मरीज वुहान इलाके से ही पाया गया था मगर किस जगह से इसका प्रसार हुआ ये अभी तक नहीं तय किया जा सका है। दुनियाभर के तमाम देश चीन से फैले कोरोना संक्रमण को भोग रहे हैं। जो देश मेडिकली जितने अधिक मजबूत थे वहां इसके संक्रमण से मरने वालों की संख्या उतनी ही अधिक है। एक तरह से इस वायरस ने दुनिया के सभी बड़े देशों की अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान पहुंचाया है।
दो माह का लॉकडाउन खत्म होने के बाद अब देशों में चीजें पहले जैसी हो रही हैं मगर अभी उन्हें नॉर्मल होने में ये पूरा साल लग ही जाएगा। भारत ने भी कोरोना संक्रमण का बुरा दौर देखा है, बीते मार्च माह से चल रहे लॉकडाउन से देश अभी तक उबर नहीं पाया है। रेलवे के पहिए ठप्प हैं, फ्लाइटें बंद पड़ी हैं। अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित है, उससे उबरने के उपाय किए जा रहे हैं।