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कनाडा कोर्ट का फैसला, मिसाइल हमले में मारे गए नागरिकों के स्वजनों को ईरान दे 10.7 करोड़ डालर हर्जाना

कनाडा की एक अदालत ने कहा कि ईरान को उक्रेन के यात्री विमान को मार गिराने पर इस हमले में मारे गए छह कनाडाई नागरिकों के स्वजनों को 10.7 करोड़ अमेरिकी डालर (करीब 798 करोड़ रुपये) का हर्जाना भरना होगा।

By TaniskEdited By: Published: Tue, 04 Jan 2022 06:07 PM (IST)Updated: Tue, 04 Jan 2022 06:07 PM (IST)
कनाडा कोर्ट का फैसला, मिसाइल हमले में मारे गए नागरिकों के स्वजनों को ईरान दे 10.7 करोड़ डालर हर्जाना
वर्ष 2020 में यूक्रेन की अंतरराष्ट्रीय उड़ान पीएस752 को ईरान की सेना ने मार गिराया था। (फोटो- एपी)

दुबई, एपी। कनाडा की एक अदालत ने कहा कि ईरान को उक्रेन के यात्री विमान को मार गिराने पर इस हमले में मारे गए छह कनाडाई नागरिकों के स्वजनों को 10.7 करोड़ अमेरिकी डालर (करीब 798 करोड़ रुपये) का हर्जाना भरना होगा।उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020 में यूक्रेन की अंतरराष्ट्रीय उड़ान पीएस752 को ईरान की सेना ने सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल से मार गिराया था, जिसमें विमान में सवार 176 लोग मारे गए थे। इनमें से सौ ईरानी पीड़ितों के पास कनाडा की नागरिकता था। इसके चलते ही पीड़ितों के कुछ परिवारों ने कनाडा की नागरिक अदालत में ईरान पर मुकदमा ठोंक दिया था।

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पिछले साल ओनटारियो सुपीरियर कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि ईरानी सेना के यूक्रेन के यात्री विमान को मार गिराना एक आतंकी घटना थी। इसलिए इन पीड़ित परिवारों को ईरानी की कानूनी छूट से मुक्त किया जाता है। और यह लोग अपने नुकसान के लिए ईरान से मुआवजा मांग सकते हैं। कनाडाई अदालतों में दूसरे देशों पर सामान्यत: मुकदमा कायम करने की छूट नहीं होती है।

मौतों के मुकाबले में यह हर्जाना कुछ भी नहीं : कोर्ट

जस्टिस एडवर्ड बेलोबाबा ने इस मुकदमे के अपने फैसले में नासिर्फ पीडि़त परिवारों को 10.7 करोड़ अमेरिकी डालर का हर्जाना देने को कहा है बल्कि हमले से अब तक के अंतराल पर ब्याज देने का भी फैसला सुनाया है। उन्होंने कहा कि अदालत मानती है कि जो जानें गई हैं उसके मुकाबले में यह हर्जाना कुछ भी नहीं है। हालांकि फैसले में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि शिकायतकर्ता पीड़ित परिवारों को किस तरह से यह हर्जाना मुहैया कराया जाएगा। आखिरकार इस मामले में ईरानी सेना की जवाबदेही किस तरह से तय की जा सकेगी।

जनवरी 2020 की शुरुआत का है मामला

मामला जनवरी 2020 की शुरुआत का है जब अमेरिका और ईरान में तनाव बढ़ गया था। शूटडाउन से कुछ घंटे पहले, ईरान ने शीर्ष ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी को मारने वाले अमेरिकी ड्रोन हमले के प्रतिशोध में इराक में अमेरिकी ठिकानों पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं। कुछ दिनों तक इन्कार करने के बाद, ईरान के पैरामिलट्री रिवोल्यूशनरी गार्ड ने सार्वजनिक रूप से इसके लिए माफी मांगी और इसे एक एयर डीफेंस आपरेटर पर दोषी ठहराया। अधिकारियों ने कहा कि वह बोइंग 737-800 को अमेरिकी क्रूज मिसाइल समझ बैठा था।


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