दिग्गज कंपनी यूट्यूब म्यूजिक चार्ट सिस्टम में करेगी बड़े बदलाव, पेड एडवरटाइजिंग पर फैसला
अब ऑर्गेनिक प्लेज के आधार पर होगी टॉप म्यूजिक वीडियो की रैकिंग। ऑनलाइन वीडियो का बड़ा प्लेटफार्म है यूट्यूब।
सैन फ्रांसिस्को, आइएएनएस। ऑनलाइन वीडियो दिखाने वाली दिग्गज कंपनी यूट्यूब अपने म्यूजिक चार्ट सिस्टम में बड़ा बदलाव करने जा रही है। दरअसल, कंपनी को पता चला है कि कलाकार और लेबल ग्रोथ हैक्स की मदद से वीडियो देखने वाले लोगों की संख्या को घटा-बढ़ा कर लाभ कमा रहे हैं, जिससे कई लोगों को निश्चित तौर पर नुकसान भी उठाना पड़ता है। इसी हेरफेर को रोकने के लिए यूट्यूब ने यह कदम उठाने का फैसला किया है।
द वर्ज ने एक नए ब्लॉग के हवाले से बताया है कि अब यूट्यूब में ‘एडवरटाइजिंग व्यूज’ की गिनती म्यूजिक चार्ट में नहीं की जाएगी। सबसे ज्यादा देखे गए म्यूजिक वीडियो की रैकिंग अब ऑर्गेनिक प्लेज के आधार पर की जाएगी। कंपनी ने ब्लॉग में लिखा है कि इंड्रस्ट्री में अधिक पारदर्शिता प्रदान करने और बिलबोर्ड और नीलसन जैसी आधिकारिक चार्टिग कंपनियों की नीतियों के साथ पंक्ति बंद्ध होने के प्रयास में अब यूट्यूब म्यूजिक चार्ट में ‘पेड एडवरटाइजिंग व्यूज’ की गणना नहीं करेगा। यूट्यूब ने कहा कि अब कलाकारों को ऑर्गेनिक प्लेज के व्यूज के आधार पर रैंक दी जाएगी।
दरअसल, कंपनी को पता चला है यूट्यूब के आर्टिस्ट (कलाकार) अपने व्यूज बढ़ाने के लिए दूसरे यूट्यूब चैनलों को पैसे देकर अपने वीडियो बतौर विज्ञापन चला रहे हैं। इससे 24 घंटे की टॉप वीडियोज के क्रम को बदला जा रहा था, जिस पर कंपनी ने अब लगाम लगा दी है।