World Population: 2064 तक 9.7 अरब होगी दुनिया की आबादी, भारत-चीन में बढ़ेगी बुर्जुगों की तादाद
World Population शोध के अनुसार भारत और चीन जैसे देशों में कामकाज करने योग्य आबादी में कमी आएगी।
वाशिंगटन, एजेंसियां। अब से करीब 44 साल बाद यानी वर्ष 2064 में दुनिया की आबादी (9.7 अरब) चरम पर होगी। लेकिन इस सदी के अंत तक यह घटकर 8.8 अरब ही रह जाएगी। जबकि वर्ष 2100 तक 1.09 अरब की जनसंख्या के साथ भारत सर्वाधिक आबादी वाला देश होगा। फिलहाल विश्व की कुल आबादी 7.8 अरब और भारत की 1.38 अरब है।
लैंसेट के जरनल में प्रकाशित यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन के इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवाल्यूशन (आइएचएमई) के शोध के अनुसार वर्ष 2100 में आबादी के मामले में भारत के बाद दूसरा स्थान नाइजीरिया (79.1 करोड़), तीसरा चीन (73.2 करोड़), चौथा अमेरिका (33.6 करोड़) और पांचवां पाकिस्तान (24.8 करोड़) का होगा। विश्लेषणात्मक शोध में यह भविष्यवाणी भी की गई है कि भारत और चीन जैसे देशों में कामकाज करने योग्य आबादी में कमी आएगी।
इसमें कहा गया है कि पूरे विश्व में वर्ष 2100 तक 65 साल से अधिक आयु वाले 2.37 अरब लोग होंगे। इससे भारत और चीन जैसे देशों का आर्थिक विकास भी घटेगा। इसके चलते वैश्विक शक्तियों के क्रम में भी बदलाव होगा। लेकिन इस सदी के अंत तक भारत फिर भी चार महाशक्तियों नाइजीरिया, चीन और अमेरिका में से एक होगा। इसमें यह भी बताया गया है कि इस सदी के अंत तक जापान, थाईलैंड, इटली और स्पेन समेत दुनिया के 23 देशों की आबादी 50 फीसद तक कम हो जाएगी।
आइएचएमई के नए शोध में 195 देशों के संबंध में वैश्विक, क्षेत्रीय, राष्ट्रीय आबादी का विश्लेषण किया गया है। इसमें भावी जन्मदर से लेकर संभावित मृत्युदर का आकलन है। आइएचएमई के निदेशक क्रिस्ट्रोफर मुरे ने कहा कि यह सभी देशों की सरकारों के लिए सही अवसर है कि वह अपनी नीतियों में जरूरी बदलाव करें।