भारत के गणराज्य बनने के साथ ही बेहतरी के लिए बदल गई थी दुनिया : होचुल
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए न्यूयार्क गर्वनर कैथी होचुल ने वीडियो संदेश में कहा कि 26 जनवरी 1950 को दुनिया बेहतरी के लिए बदल गई क्योंकि भारत ने अपना संविधान अपनाया था। उन्होंने कहा कि न्यूयार्क में लगभग 400000 भारतीय-अमेरिकी हैं जिनका राष्ट्र में योगदान आगे भी जारी रहेगा।
न्यूयार्क, प्रेट्र। न्यूयार्क की गवर्नर कैथी होचुल (Kathy Hochul) ने कहा है कि 26 जनवरी, 1950 को दुनिया बेहतरी के लिए बदल गई थी जब भारत एक समावेशी, पंथनिरपेक्ष और बहुलवादी गणराज्य बना था। उन्होंने कहा कि न्यूयार्क में लगभग 4,00,000 भारतीय-अमेरिकी हैं जिनका राष्ट्र में योगदान आगे भी जारी रहेगा। भारत ने बुधवार को अपना 73वां गणतंत्र दिवस मनाया।
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए होचुल ने एक वीडियो संदेश में कहा कि 26 जनवरी, 1950 को दुनिया बेहतरी के लिए बदल गई क्योंकि भारत ने अपना संविधान अपनाया था और ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के तीन साल बाद आधिकारिक तौर पर एक समावेशी, पंथनिरपेक्ष और बहुलवादी गणराज्य बन गया था। होचुल ने कहा कि यह न केवल उस दिन की ऐतिहासिक उपलब्धि को दर्शाने का समय है, बल्कि उन योगदानों को उजागर करने का समय भी है जो भारतीय समुदाय ने हर दिन दुनियाभर में दिया है। उन्होंने कहा, 'आज, भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है जो उन मूल्यों पर बना है जो स्वतंत्रता, समावेशिता, समानता और समृद्धि से जुड़े हुए हैं। ये साझा आदर्श हैं और हम इन्हें एक साथ आगे बढ़ाते हैं।'
न्यूयार्क में भारत के महावाणिज्य दूत रणधीर जायसवाल ने होचुल को उनकी हार्दिक शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद दिया। न्यूयार्क में भारत के वाणिज्य दूतावास को न्यूयार्क राज्य में 26 जनवरी को भारत के गणतंत्र दिवस के रूप में मनाने और घोषित करने के लिए न्यूयार्क सीनेट द्वारा पारित एक विधायी प्रस्ताव प्राप्त हुआ। न्यूयार्क में भारत के वाणिज्य दूतावास और संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने 73वें गणतंत्र दिवस को विशेष समारोहों का आयोजन करके मनाया।