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पुरुषों से ज्यादा सक्रिय होता है महिलाओं का मस्तिष्क, ये है वजह

शोध के आधार पर वैज्ञानिकों ने पाया कि महिलाओं का दिमाग उनके हम उम्र पुरुषों की तुलना में ज्यादा सक्रिय होता है और उनकी याददाश्त बेहतर होती है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Sat, 16 Feb 2019 11:16 AM (IST)Updated: Sat, 16 Feb 2019 11:20 AM (IST)
पुरुषों से ज्यादा सक्रिय होता है महिलाओं का मस्तिष्क, ये है वजह
पुरुषों से ज्यादा सक्रिय होता है महिलाओं का मस्तिष्क, ये है वजह

अमेरिका। महिलाओं और पुरुषों में किसका दिमाग अधिक सक्रिय होता है, ये वो सवाल है जिसका जवाब लंबे समय से एक अनसुलझी पहेली था। अब अमेरिका की वाशिंगटन यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने इसका जवाब तलाशने का दावा किया है। 20 से 82 साल की उम्र के 205 लोगों पर हुए शोध के आधार पर वैज्ञानिकों ने पाया कि महिलाओं का दिमाग उनके हम उम्र पुरुषों की तुलना में ज्यादा सक्रिय होता है और उनकी याददाश्त बेहतर होती है।

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ज्यादा जवान दिखा मस्तिष्क

शोध के दौरान वैज्ञानिकों ने अध्ययन में शामिल प्रतिभागियों के मस्तिष्क की गतिविधियों को देखा। इसमें दिखा कि महिलाओं का मस्तिष्क उसके हम उम्र पुरुष की तुलना में अधिक जवान था। शोधकर्ताओं के मुताबिक मस्तिष्क के जवान दिखने का मतलब अच्छी याददाश्त, सोचने-समझने की बेहतर शक्ति और ज्यादा सक्रिय दिमाग कहा जा सकता है। कई लोगों में दिमागी उम्र का अंतर तीन साल से भी अधिक था।

ये है वजह

दिमाग को सुचारू रूप से काम करने के लिए ग्लूकोज व ऑक्सीजन की जरूरत होती है और मेटाबॉलिज्म का मतलब होता है कि किसी व्यक्ति का दिमाग इन दोनों तत्वों का कितना इस्तेमाल कर रहा है। शोध के मुताबिक महिलाओं का मेटाबॉलिज्म पुरुषों से बेहतर होता है और उनके दिमाग में ग्लूकोज का इस्तेमाल और रक्त प्रवाह ज्यादा बेहतर तरीके से होता है, इसीलिए उनका दिमाग पुरुषों के ज्यादा स्वस्थ व सक्रिय होता है।

ऐसे हुआ शोध

वैज्ञानिक बढ़ती उम्र के साथ इंसान के मेटाबॉलिज्म में बदलाव के बारे में जानना चाहते थे। वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के रेडियोलॉजिस्ट डॉ. मनु गोयल के मुताबिक, शोध में शामिल लोगों को नींद की दवा देकर पोजीट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी मशीन के स्कैनर के अंदर तीन घंटे तक सुलाया गया। इस मशीन का इस्तेमाल मेटाबॉलिस्टम को नापने के लिए किया जाता है। स्कैन के बाद मिले डाटा का एक कंप्यूटर के जरिये अध्ययन किया गया।

उम्र व याददाश्त का संबंध

शोध में वैज्ञानिकों ने पाया कि उम्र बढ़ने के साथ लोगों के दिमाग में मेटाबॉलिज्म स्तर बदलने लगता है, जिससे दिमाग ग्लूकोज व ऑक्सीजन का इस्तेमाल करना कम कर देता है। जिस वजह से इंसान की याददाश्त कमजोर होने लगती है।

ग्लूकोज और ऑक्सीजन जरूरी

ग्लूकोज और ऑक्सीजन की मदद से इंसान का दिमाग सुचारू रूप से काम करता है। सांस लेने पर ऑक्सीजन शरीर के अंदर पहुंचकर रक्त के जरिये दिमाग तक पहुंचता है। ग्लूकोज खाने-पीने की चीजों से बनता है और खून में घुलकर शरीर के बाकी हिस्सों में और इसकी 25 फीसद मात्रा दिमाग में जाती है।


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