Move to Jagran APP

अमेरिका में तेज हो रहे नस्‍लभेद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, श्‍वेत भी हो रहे शामिल

अमेरिका में पिछले कुछ दिनों से देश के हर राज्‍य में Black Lives Matter के स्‍लोगन के साथ होने वाले विरोध प्रदर्शनों को देखा जा सकता है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Fri, 12 Jun 2020 04:22 PM (IST)Updated: Fri, 12 Jun 2020 04:46 PM (IST)
अमेरिका में तेज हो रहे नस्‍लभेद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, श्‍वेत भी हो रहे शामिल
अमेरिका में तेज हो रहे नस्‍लभेद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, श्‍वेत भी हो रहे शामिल

वाशिंगटन (रायटर्स)। अमेरिका में अश्‍वेत अफ्रीकी-अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लोएड की कथित हत्‍या के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों में अब श्‍वेत नागरिक भी शामिल होने लगे हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक मेरीलैंड के एक ऑफिस एडमिनिस्‍टर लेस्‍ली बाटसन उस प्रदर्शन का हिस्‍सा बने जो जॉर्ज को न्‍याय दिलाने और नस्‍लीय हिंसा को खत्‍म करने को लेकर हो रहा है। इस प्रदर्शन में हजारों की संख्‍या लोग सड़कों पर उतरे और सरकार से जॉर्ज के लिए न्‍याय की मांग की। वाशिंगटन डीसी में हुए इस प्रदर्शन में उतरने वाले बाटसन ने बताया कि पिछले सप्‍ताह उसकी बेटी ने एक ऐसा सवाल किया जिसका वो जवाब नहीं दे सके। उस बच्‍ची ने उनके पूछा कि उनका परिवार इस नस्‍लीय भेदभाव के खिलाफ कुछ क्‍यों नहीं कर रहा है।

loksabha election banner

इसके बाद वो इस प्रदर्शन का हिस्‍सा बने। उन्‍होंने कहा कि इसमें भाग लेकर उन्‍होंने उन लोगों की मदद करने का काम किया है जो नस्‍लीय भेदभाव को दूर करने की कोशिशों के तहत अपनी आवाज उठा रहे हैं। इस तरह के प्रदर्शन में उन जैसे कई लोग शामिल हैं। इन लोगों को न कोई दूसरा फायदा चाहिए और न ही कोई दूसरा स्‍टेटस। इनकी कोशिश है कि ये सामाजिक बुराई हमेशा के लिए दफ्न हो जाए। इस प्रदर्शन में खास बात ये रही है कि अपने परिवार से वे अकेले इसमें शामिल नहीं हुए थे बल्कि उनके साथ उनकी 9 और 11 साल की बेटियां भी इसमें शामिल हुई थीं। जिस वक्‍त वो रॉयटर्स से बात कर रहे थे उनकी बेटियां उनके पीछे खड़ी थीं।

गौरतलब है कि हाल के कुछ दिनों में अमेरिका में जॉर्ज की हत्‍या के बाद बवाल मचा हुआ है। इस बीच Black Lives Matter का स्‍लोगन भी हर तरफ सुनाई दे रहा है। लोगों की जुबान के अलावा कपड़ों और पोस्‍टर्स पर भी यही स्‍लोगन इस्‍तेमाल किया जा रहा है। प्रदर्शनों में शामिल होने वाले लोग खुद इसको किसी तख्‍ती या किसी बैनर पर लिखकर 'हैंड्स अप, डॉन्‍ट शूट' (hands up don't shoot) के नारे लगा रहे हैं। अमेरिका के बड़े और छोटे शहरों में अब ये प्रदर्शन बेहद आम हो गए हैं। कई जगहों पर इन प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर लेट और बैठकर भी अपना विरोध जारी रखा है। इस तरह से उन्‍होंने ये बताने की कोशिश की कि अश्‍वेत अमेरिकी श्‍वेतों के पांवों में पड़े हैं और जमीन पर सांस लेने की कोशिश कर रहे हैं, और श्‍वेत पुलिस अधिकारी उसकी गर्दन को दबोचे हुए है।

इस बीच White Fragility" और "The New Jim Crow जैसी किताबों की मांग भी काफी बढ़ गई है। ये किताबें बेस्‍ट सेलर की लिस्‍ट में शामिल हो गई हैं। सोशल मीडिया पर भी जॉर्ज को न्‍याय दिलाने की मुहिम के लिए लोग कमेंट कर रहे हैं। इतना ही जॉर्ज को न्‍याय दिलाने को लेकर जो आवाजें रही हैं उनमें बाटसन की तरह ही कई बड़ी कंपनियों में काम करने वाले लोग, स्‍पोर्ट्स से जुड़े लोग और दूसरे श्‍वेत अमेरिकी भी इसका हिस्‍सा बन रहे है। ये सभी अब नस्‍लभेद के खिलाफ एकजुट हो गए हैं। अमेरिकी इतिहास में सिविल राइट्स को लेकर श्‍वेत नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया है लेकिन वर्तमान में चल रहे विरोध प्रदर्शनों में इनकी भागीदारी अप्रत्‍याशित है। इस बात से इतिहासकार और सामाजिक वैज्ञानिक भी इनकार नहीं करते हैं।

ये भी पढ़ें:- 

उत्‍तर कोरिया दे रहा न्‍यूक्लियर प्रोग्राम को रफ्तार, अमेरिकी डिप्‍लोमेसी को बताया विफल

अमेरिका के बाद अब हम इंडियंस का अफ्रीकी देशों में भी डंका, यूएन भी इन्‍हें करता है सल्‍यूट

अमेरिका में राष्‍ट्रपति चुनाव को लेकर डेमोक्रेट और रिपब्लिकन के बीच चीन बना है साझा मुद्दा 
पहले चीन के लिए फाइनेंशियल हब था हांगकांग, अब है केवल भू-भाग, नहीं रही पहले जैसी अहमियत


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.