ट्रंप का ट्विटर अकाउंट बंद करने में भारतवंशी 'विजया गड्डे' की रही अहम भूमिका, जानिए किस पोस्ट पर हैं कार्यरत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उकसावे पर गत छह जनवरी को हजारों समर्थकों ने संसद परिसर पर धावा बोला था। करीब चार घंटे चले उपद्रव के दौरान जमकर तोड़फोड़ और गोलीबारी हुई थी। इसमें पांच लोगों की मौत हुई थी।
वाशिंगटन, प्रेट्र। कैपिटल हिल (संसद) में हुई हिंसा के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ट्विटर अकाउंट बंद करने में भारतीय मूल की वकील विजया गड्डे की अहम भूमिका रही। हैदराबाद में जन्मीं विजया ट्विटर की लीगल, पब्लिक पॉलिसी और सेफ्टी टीम की प्रमुख हैं। उन्होंने ट्वीट में बताया था कि ट्रंप के अकाउंट को बंद कर दिया गया है। वह 2011 से ट्विटर कंपनी में कार्यरत हैं।
संसद पर धावा बोलने वाली भीड़ में नौ प्रांतीय असेंबली के एक दर्जन से ज्यादा रिपब्लिकन प्रतिनिधि भी शामिल रहे। इनमें शामिल रहे माइक अजिंगर ने सोमवार को एक इंटरव्यू में बताया, 'ट्रंप समर्थक जो भीड़ थी, वह बेहद उत्साहित और देशभक्त थी।'
डोनाल्ड ट्रंप ने राजधानी में इमरजेंसी लगाने का जारी किया आदेश
राष्ट्रपति ट्रंप ने बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह से पहले राजधानी में इमरजेंसी लगाने का आदेश जारी किया है। यह कदम आने वाले दिनों में हिंसा की आशंका को लेकर उठाया गया है। वाशिंगटन डीसी में इमरजेंसी का आदेश सोमवार से लेकर 24 जनवरी तक प्रभावी रहेगा। बाइडन 20 को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। उनके साथ भारतीय मूल की कमला हैरिस उप राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगी। इधर, एफबीआइ ने खुफिया जानकारी के आधार पर वाशिंगटन और देश के 50 प्रांतों की राजधानियों में सशस्त्र प्रदर्शनों की चेतावनी दी है।
एफबीआइ ने सभी प्रांतों में सशस्त्र प्रदर्शनों की दी चेतावनी
व्हाइट हाउस ने सोमवार को एक बयान में बताया कि राष्ट्रपति के आदेश के बाद गृह सुरक्षा विभाग और संघीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी को स्थानीय अधिकारियों के साथ जरूरत के अनुसार समन्वय करने की अनुमति मिल गई है। इस बीच, कानून प्रवर्तन एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन (एफबीआइ) ने बताया, 'सभी प्रांतों की राजधानियों में 16 से 20 जनवरी के दौरान हथियारबंद प्रदर्शनों की साजिश रची गई है। जबकि वाशिंगटन स्थित संसद परिसर में 17 से 20 जनवरी तक इसी तरह के प्रदर्शन की तैयारी है।' ट्रंप के उकसावे पर गत छह जनवरी को हजारों समर्थकों ने संसद परिसर पर धावा बोला था। करीब चार घंटे चले उपद्रव के दौरान जमकर तोड़फोड़ और गोलीबारी हुई थी। इसमें पांच लोगों की मौत हुई थी।