कोविड-19 के खिलाफ एक साथ कई एंटीबॉडी का इस्तेमाल कारगर, पढ़ें
पूर्व के अध्ययनों में यह साबित हो चुका है कि कोरोना को बेअसर करने में दो एंटीबॉडी का मिश्रण उपयोगी हो सकता है। इसमें कोरोना के स्पाइक प्रोटीन को निशाना बनाया जाता है। अब अमेरिकी बॉयोटेक्नोलॉजी कंपनी रीजेनरॉन के शोधकर्ताओं ने इस कॉकटेल को पशुओं पर आजमाया है।
वॉशिंगटन, पीटीआइ। शोधकर्ताओं को कोरोना वायरस (कोविड-19) से मुकाबले की दिशा में उम्मीद की एक नई किरण दिखी है। उन्होंने पाया कि इस घातक वायरस के खिलाफ एक साथ कई एंटीबॉडी का इस्तेमाल कारगर हो सकता है। इस प्रयोगात्मक एंटीबॉडी कॉकटेल को कोरोना संक्रमण के खिलाफ प्रभावी पाया गया है। कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी यही कॉकटेल दिया गया था।
पूर्व के अध्ययनों में यह साबित हो चुका है कि कोरोना को बेअसर करने में दो एंटीबॉडी का मिश्रण उपयोगी हो सकता है। इसमें कोरोना के स्पाइक प्रोटीन को निशाना बनाया जाता है। अब अमेरिकी बॉयोटेक्नोलॉजी कंपनी रीजेनरॉन के शोधकर्ताओं ने इस कॉकटेल को पशुओं पर आजमाया है। साइंस पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, शोधकर्ताओं ने कोरोना से मामूली से लेकर गंभीर रूप से संक्रमित बंदरों और चूहों पर एंटीबॉडी कॉकटेल आरईजीएन-कोवी2 का परीक्षण किया। यह कॉकटेल दिए जाने के तीन दिन बाद बंदरों में संक्रमण पर तकरीबन पूरी तरह अंकुश पा लिया गया।
अध्ययन से जुड़े शोधकर्ताओं के मुताबिक, निष्कर्षो से जाहिर होता है कि यह संभावित उपचार कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार दोनों में कारगर हो सकता है। यह दवा दिए जाने के एक दिन बाद ही बंदरों में वायरस के सफाए की प्रक्रिया में तेजी पाई गई। जबकि चूहों में दो दिन बाद ही वायरस की मात्रा में उल्लेखनीय कमी पाई गई। उन्होंने कहा, 'हमारा अध्ययन इस बात का साक्ष्य मुहैया कराता है कि आरईजीएन-कोवी2 आधारित उपचार कोरोना बीमारी के उपचार और रोकथाम में प्रभावी हो सकता है।'