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अमेरिका ने दुनिया के सबसे बड़े समुद्री सैन्य अभ्यास से चीन को किया बाहर

दक्षिण चीन सागर पर चीन का संप्रभु अधिकार है। दबाव डालने के लिए अमेरिका का इस तरह का कदम उचित नहीं है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Thu, 24 May 2018 06:23 PM (IST)Updated: Thu, 24 May 2018 06:23 PM (IST)
अमेरिका ने दुनिया के सबसे बड़े समुद्री सैन्य अभ्यास से चीन को किया बाहर
अमेरिका ने दुनिया के सबसे बड़े समुद्री सैन्य अभ्यास से चीन को किया बाहर

वाशिंगटन, प्रेट्र/रायटर। अमेरिका ने दुनिया के सबसे बड़े समुद्री सैन्य अभ्यास से चीन को बाहर कर दिया है। दक्षिण चीन सागर में अस्थिरता पैदा करने वाले चीन के बर्ताव का हवाला देकर अमेरिका ने उसे दिया गया निमंत्रण वापस ले लिया है। इससे दोनों देशों में तनाव फिर बढ़ सकता है।

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-दक्षिण चीन सागर में चीनी बर्ताव पर अमेरिका ने वापस लिया निमंत्रण

-रिमपैक में भारत समेत दुनिया के 20 से ज्यादा देश लेते हैं हिस्सा

रिम ऑफ द पैसिफिक एक्सरसाइज (रिमपैक) हर दो साल में गर्मी में अमेरिका के हवाई क्षेत्र में होता है। इसमें भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और ब्रिटेन समेत दुनिया के 20 से ज्यादा देश हिस्सा लेते हैं। पहले इसके लिए चीन को भी बुलावा भेजा गया था। एक अमेरिकी अधिकारी के अनुसार, चीन की नौसेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (पीएलएएन) से निमंत्रण वापस लेने का फैसला अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस का है। यह कदम चीन द्वारा विवादित दक्षिण चीन सागर में मिसाइल प्रणाली की तैनाती और इस क्षेत्र के एक द्वीप पर पहली बार बमवर्षक विमान उतारे जाने के चलते उठाया गया है।

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने कहा है कि अमेरिका हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्वतंत्र आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। चीन लगातार दक्षिण चीन सागर का सैन्यीकरण कर रहा है। इससे ना सिर्फ तनाव बल्कि क्षेत्र में अस्थिरता का माहौल बन रहा है।

अमेरिका के पास पुख्ता सुबूत

पेंटागन के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट क्रिस्टोफर बी लोगन ने कहा कि चीन का बर्ताव रिमपैक के सिद्धांत और उद्देश्य के परस्पर विरोधी है। रक्षा मंत्रालय के पास इसके पुख्ता सुबूत हैं कि चीन ने दक्षिण चीन सागर के कई द्वीपों पर एंटी-शिप मिसाइलें, जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली और इलेक्ट्रानिक जैमर तैनात कर दिए हैं। विवादित क्षेत्र के वूडी द्वीप पर बमवर्षक विमान उतारकर चीन ने तनाव को और बढ़ा दिया है।

पूरे दक्षिणी चीन सागर पर चीन का दावा

चीन लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है, जबकि इस दावे का वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान विरोध करते हैं। चीन विवादित क्षेत्र में कई द्वीपों पर सैन्य साजो-सामान की तैनाती कर चुका है। क्षेत्र में उसने कई कृत्रिम द्वीप भी बना लिए हैं।

अमेरिका पर भड़का चीन

सैन्य अभ्यास का निमंत्रण वापस लिए जाने पर चीन ने गुरुवार को अमेरिका की कड़ी आलोचना की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा, दक्षिण चीन सागर पर चीन का संप्रभु अधिकार है। दबाव डालने के लिए अमेरिका का इस तरह का कदम उचित नहीं है।


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