इराक स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर रॉकेट हमले के बाद अमेरिका सतर्क, दे डाली सैन्य कार्रवाई की चेतावनी
बीते दिन इराक में मौजूद अमेरिकी सैन्य शिविरों पर दागे गए रॉकट हमले के बाद अमेरिका सतर्क हो गया है। व्हाइट हाउस की तरफ से इस हमले के बाद चिंता जताई गई है। जारी किए ताजा बयान में अमेरिका ने चेतावनी भी दी है।
वाशिंगटन, एपी। बीते दिन इराक में मौजूद अमेरिकी सैन्य शिविरों पर दागे गए रॉकट हमले के बाद अमेरिका सतर्क हो गया है। व्हाइट हाउस की तरफ से इस हमले के बाद चिंता भी जताई गई है। जारी किए ताजा बयान में अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका इस हमले पर जवाबी कार्रवाई कर सकता है। बता दें कि 3 मार्च को अफगानिस्तान के अनबर प्रांत स्थित ऐन अल असद एयरबेस पर रॉकेट से स्थानीय समयानुसार सुबह 7.20 बजे यह हमला हुआ था। इसकी जानकारी प्रवक्ता कर्नल वायन मारोट्टो ने दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक, 10 से ज्यादा दागे गए रॉकेट हमले में एक अमेरिकी ठेकेदार की भी मौत होने की पुष्टि हो गई है।
अमेरिका ने सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि वह हमले का कड़ाई के साथ जवाब देने के लिए तैयार है। हमले के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ने के साथ ही ईरान के साथ 2015 के परमाणु समझौते पर अमेरिका के वापस लौटने में भी अड़चनें आएंगी। हमले के बारे में पूछे जाने पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि हम इस पर नजर रखे हुए हैं। भगवान का शुक्र है कि हमले में कोई नहीं मरा, लेकिन एक ठेकेदार की हदय गति रुकने से मौत हुई है। हम देख रहे हैं कि हमले के पीछे कौन है और उसके बाद निर्णय लेंगे।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने हम स्थितियों का आकलन कर रहे हैं और सही समय पर कार्रवाई भी करेंगे। पेंटागन ने कहा है कि रॉकेट के ये हमले सैन्य ठिकानों पर अलग-अलग स्थानों से किए गए हैं। जिस तरह से पिछले साल ईरान से सीधे बैलेस्टिक मिसाइल के हमले किए गए थे। अभी नुकसान के बारे में भी तस्वीर पूरी तरह साफ नहीं है।
किसी संगठन ने नहीं ली जिम्मेदारी
फिलहाल अभी तक किसी भी आतंकी सगंठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। माना जा रहा है कि अमेरिका द्वारा हाल ही में सीरिया की इराक से लगती सीमा पर ईरान समर्थित लड़ाकों के ठिकानों पर कई मिसाइलों से हमले का यह जवाब हो सकता है। बता दें कि एइन अल-असद बेहद महत्वपूर्ण एयरबेस है। अमेरिकी और इराक की गठबंधन वाली सेना मिलकर इस ठिकाने का इस्तेमाल विद्रोहियों के खिलाफ करती है।
पोप फ्रांसिस की यात्रा से पहले हुए हमला
बता दें कि यह रॉकेट हमला उस वक्त हुआ है, जब दो दिन बाद पोप फ्रांसिस (Pope Francis) इराक की धार्मिक यात्रा पर आने जाने वाले हैं। इस यात्रा के दौरान पोप का बगदाद, दक्षिणी इराक और इरबिल जाने का भी कार्यक्रम है।
इससे पहले भी हो चुका है हमला
हाल के महीनों में सैनिकों पर इस तरह के हमले तेजी से बढ़ रहे हैं। इराक में अमेरिका के 2500 सैनिक तैनात हैं। इससे पहले सोमवार को अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर मिसाइल से हमला हुआ था। ये हमला इराक के इरबिल में हुआ था, जिसमें एक नागरिक की मौत हो गई थी और 9 अन्य लोग घायल हुए थे।