Coronavirus Crisis: 7 एयरलाइनों को लोन देगा US ट्रेजरी विभाग, बची रहे लोगों की नौकरी
कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण जर्जर अर्थव्यवस्था का असर दिख रहा है। हर जगह छंटनी और वेतन में कटौती की जा रही है। इसे रोकने के क्रम में अमेरिका के ट्रेजरी विभाग ने देश के सात दिग्गज एयरलाइन कंपनियों को लोन देने की पेशकश की है।
वाशिंगटन, एएफपी। कोविड-19 महामारी के बीच अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने अमेरिकन और यूनाइटेड समेत सात बड़ी अमेरिकी एयरलाइंस को लोन देने को लेकर एक डील की है। ट्रेजरी विभाग ने यह कदम लोगों की नौकरी बचाने के क्रम में उठाया है हालांकि विभाग ने यह नहीं बताया कि इस डील के बाद एयरलाइनों में छंटनी रुक जाएगी। कोरोना वायरस के कारण फैली महामारी ने ट्रैवल को अपाहिज बनने पर मजबूर कर दिया। मार्च के बाद से ही एयरलाइनों की गतिविधियां ठप हैं जिसके कारण आय का स्रोत बंद है।
अमेरिका में इकोनॉमी की गतिविधियां अब धीरे-धीरे फिर से शुरू हो रही है एयरलाइनों ने यात्रियों को समझाने बुझाने का काफी प्रयास किया है तभी आसमान में उड़ानों की वापसी हो सकी। महामारी के कारण विभिन्न यात्रा प्रतिबंधों से अंतरराष्ट्रीय मार्गों में भारी कमी आई है। अमेरिकन और यूनाइटेड के अलावा, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के साथ लोन का डील करने वाली एयरलाइनों में अलास्का एयरलाइंस, फ्रंटियर एयरलाइंस, जेटब्लू, हवाई एयरलाइंस और स्काईवेस्ट एयरलाइंस हैं।
डेल्टा (Delta) और साउथवेस्ट (Southwst) इस डील का हिस्सा नहीं है। इन दोनों एयरलाइनों ने पहले ही कह दिया था कि ये लोग इसमें हिस्सा नहीं लेंगे। ट्रेजरी सेक्रेटर नूचिन्ह ने अपने बयान में कहा,' इस महत्वपूर्ण इंडस्ट्री के समर्थन में लोन मुहैया करा हमें खुशी हो रही है।' उन्होंने देश भर में एयरट्रैवल इंडस्ट्री में नौकरी को समर्थन देने के लिए यह मदद देने की बात कही।
मंगलवार को आर्थिक पैकेज के ऐलान से पहले अमेरिकी एयरलाइंस ने कहा था कि यह 19,000 लोगों की छंटनी कर सकता है। उल्लेखनीय है कि हजारों कर्मचारियों को अवैतनिक अवकाश पर भेज दिया गया या फिर समय से पहले रिटायरमेंट पैकेज दे दिया गया। कोरोना वायरस संघीय कोरोनावायरस सहायता, राहत और आर्थिक सुरक्षा (federal Coronavirus Aid, Relief, and Economic Security, CARES) एक्ट के तहत 2.2 ट्रिलियन डॉलर के पैकेज को मार्च में मंजूरी मिली थी जिसमें से 25 बिलियन डॉलर का लोन इस डील के तहत एयरलाइनों को देने की बात की गई है । जुलाई से ही एयरलाइनों व ट्रेजरी के बीच वार्ता जारी है। कुछ शर्तें इसपर लागू की जाएंगी जैसे नौकरियों के लिए निश्चित संख्या और वेतन संबंधित आंकड़े। ट्रेजरी ने बताया कि शुरुआती लोन के तहत रकम को बढ़ाया जा सकता है।