US के शीर्ष राजनयिक ने कहा - ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन नहीं कर रहा भारत
अमेरिका के एक शीर्ष राजनयिक ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के पास कोई सबूत नहीं है कि ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों का भारत उल्लंघन कर रहा है।
वाशिंगटन, पीटीआइ। अमेरिका के एक शीर्ष राजनयिक ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के पास कोई सबूत नहीं है कि ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों का भारत उल्लंघन कर रहा है। ईरान के विशेष अमेरिकी प्रतिनिधि ब्रायन हुक ने फॉरेन प्रेस सेंटर में संवाददाताओं से कहा, 'हमारे पास इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों से भारत बच रहा है।'
हुक ने ये बात एक संवाददाता के सवालों का जवाब देते हुए कही। इस दौरान उनसे ये सवाल पूछा गया कि भारत चाबहार बंदरगाह के माध्यम से अमेरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन कर रहा है। हुक से पूछा गया कि ईरान में स्थित चाबहार पोर्ट के माध्यम से भारत अपना समान अफगानिस्तान में भेजता है। भारत पर चाबहार के इस्तेमाल को रोकने के लिए अब अमेरिका का भी दबाव है। तो आप अफगानिस्तान को विकसित करने की अपनी योजनाओं के साथ कैसे सामंजस्य स्थापित करेंगे?
उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा 'आप जो बात कर रहे मैं उससे अवगत नहीं हू।' इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों का भारत किसी तरह से उल्लंघन नहीं कर रहा है।
गौरतलब है कि मई, 2016 में भारत, ईरान और अफगानिस्तान के बीच चाबहार बंदरगाह के लिए तीनों देशों में कॉरिडोर बनाने का समझौता हुआ था। ऊर्जा संपन्न ईरान के दक्षिणी तट पर बने चाबहार बंदरगाह तक भारत के पश्चिमी तट से पहुंचना बहुत आसान है।
इसे चीन की मदद से पाकिस्तान में बन रहे ग्वादर बंदरगाह के जवाब के रूप में भी देखा जा रहा है। दोनों बंदरगाहों के बीच की दूरी भी लगभग 80 किलोमीटर है। भारत की भावी योजनाओं में चाबहार पर ना सिर्फ एक विशाल औद्योगिक पार्क विकसित करने की है बल्कि इसके जरिए वह अपने उत्पादों को मध्यम एशियाई देशों में भी पहुंचाने की मंशा रखता है।
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