अमेरिका ने पाक को चेताया, आतंक के खिलाफ कार्रवाई बताएगा कैसा हो द्विपक्षीय संबंध
दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों की प्रकृति पाकिस्तान की सरजमीं से काम कर रहे आतंकी समूहों के खिलाफ उसकी कार्रवाई पर निर्भर करेगी।
वाशिंगटन (प्रेट्र)। लंबे समय से अमेरिका समेत अन्य देश शिकायत करते आए हैं कि पाकिस्तान आतंकियों को सुरक्षित पनाहगाह उपलब्ध कराता है और अफगानिस्तान में सीमा पार हमलों की अनुमति देता है। हालांकि इस्लामाबाद खुद पर लगे इन आरोपों से इंकार करता आया है।
ट्रंप के वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया, ‘अमेरिका ने पाकिस्तान में नई सरकार से कहा है कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध आतंकवाद के खिलाफ उसकी कार्रवाई पर निर्भर करता है।’
इससे पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान पर धोखे व छल करने का आरोप लगाया था। ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में इस्लामाबाद को दी जाने वाली 30 करोड़ अमेरिकी डॉलर की सैन्य सहायता रद्द कर दी है। ऐसा आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई में पाकिस्तान के विफल रहने के कारण किया गया है ।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन में साउथ और सेंट्रल एशिया से जुड़े मामलों की प्रिंसिपल डिप्टी सेक्रेटरी एलिस वेल्स ने कहा, ‘हमारे बीच के द्विपक्षीय संबंध पूरी तरह इसी बात पर निर्भर करेगा कि पाकिस्तान अपने सरजमीं पर होने वाले आतंकी गतिविधियों को बंद कराने में सफल होता है। उन्होंने कहा कि हाल में ही इस्लामाबाद दौरे पर गए विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने यह बात पाकिस्तान की नई सरकार को कहा था।