कोरोना महामारी के चलते अमेरिका एच-1बी वीजा के लिए शुरू करेगा प्रशिक्षण कार्यक्रम
कोरोना महामारी के चलते न केवल श्रम बाजार प्रभावित हुआ है बल्कि कई शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने वाले नियोक्ताओं को भी यह सोचना पड़ रहा है कि वे अपने कर्मचारियों को कैसे प्रशिक्षित करें। इस कार्यक्रम से श्रमबल प्रणाली को बढ़ावा मिलेगा।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका ने अहम क्षेत्रों में मध्यम से उच्च दक्षता वाले एच-1बी वीजा पदों के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने का एलान किया है। इस कार्यक्रम पर 15 करोड़ डॉलर (करीब 1,100 करोड़ रुपये) खर्च किए जाएंगे। यह वीजा भारतीय आइटी पेशेवरों में खासा लोकप्रिय है। इस वीजा के जरिये अमेरिकी कंपनियां उच्च दक्षता वाले पदों पर विदेशी पेशेवरों को नियुक्त करती हैं।
श्रमबल तैयार करने के लिए नई पीढ़ी के कामगारों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा
अमेरिकी श्रम विभाग के अनुसार, मुख्य रूप से सूचना प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा, विनिर्माण और परिवहन जैसे क्षेत्रों में वन वर्कफोर्स ग्रांट प्रोग्राम का उपयोग किया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत मौजूदा और नई पीढ़ी के कामगारों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे आने वाले दौर के लिए श्रमबल तैयार किया जा सके।
कोरोना महामारी के चलते प्रशिक्षण से श्रमबल प्रणाली को बढ़ावा मिलेगा
विभाग ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते न केवल श्रम बाजार प्रभावित हुआ है बल्कि कई शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने वाले नियोक्ताओं को भी यह सोचना पड़ रहा है कि वे अपने कर्मचारियों को कैसे प्रशिक्षित करें। इस कार्यक्रम से श्रमबल प्रणाली को बढ़ावा मिलेगा।