चीन में होने जा रहे ओलंपिक में अमेरिका भाग न ले, सांसदों ने की बहिष्कार की मांग
भारतीय-अमेरिकन सांसद निक्की हेली सहित कई सांसदों ने चीन पर मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए 2022 के शीतकालीन ओलंपिक के बहिष्कार की मांग की है।सांसदों ने अमेरिकी राष्ट्रपति से मांग की है कि आइओसी बीजिंग के बजाय किसी और स्थान की तलाश करे।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका की भारतीय-अमेरिकन सांसद निक्की हेली सहित कई सांसदों ने चीन पर मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए 2022 के शीतकालीन ओलंपिक के बहिष्कार की मांग की है। शीतकालीन ओलंपिक इस बार चीन में होने जा रहे हैं। इन सांसदों ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आइओसी) से कहा है कि वह ओलंपिक के लिए किसी नए स्थान का चयन करे। व्हाइट हाउस ने कहा है कि नेताओं की इस मांग पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत रहीं सासंद निक्की हेली ने कहा कि यह बात किसी से छिपी नहीं है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी इन खेलों को अपने प्रोपेगेंडा का माध्यम बनाएगी। उन्होंने अमेरिका के भाग न लेने की राष्ट्रपति जो बाइडन से मांग करने के लिए अभियान भी शुरू किया। निक्की ने कहा कि चीन अपने यहां मानवाधिकार हनन के मामलों को छिपाने के लिए ओलंपिक खेलों की आड़ लेगा। इन स्थितियों को हम चुपचाप बैठकर नहीं देख सकते।
सीनेटर रिक स्कॉट ने राष्ट्रपति बाइडन को एक पत्र लिखा है और उसमें कहा है कि वह इस संबंध में एक बैठक बुलाएं और ओलंपिक समिति से कहें कि वह 2022 के ओलंपिक का स्थान बदले। स्कॉट ने राष्ट्रपति को लिखे एक पत्र में समूचे चीन में ‘मानवाधिकारों के उल्लंघनों और अत्याचारों’ पर चर्चा के लिए एक बैठक बुलाने का अनुरोध किया है और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) से 2022 शीतकालीन ओलंपिक के आयोजन के लिए नई जगह चुनने का आह्वान किया है। अमेरिका समेत कई देश इससे पहले भी चीन पर मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगा चुके हैं। चीन पर उसके शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों के नरसंहार का आरोप भी लगता आ रहा है।
हाल ही में कनाडा ने चीन को नरसंहार करने वाला बताया है।अमेरिका की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा है कि इस संबंध में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है, हम ओलंपिक समिति के दिशा-निर्देशों को देखेंगे। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी (White House Press Secretary Jen Psaki) ने रिपोर्टरों ने कहा कि 'इसपर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है और अमेरिका की ओलंपिक कमेेटी से निर्देश का हम इंतजार करेंगे।'