यूनान के पानी में न करें रिसर्च, तुर्की को अमेरिका की हिदायत
पूर्वी भूमध्यसागर में तनाव न हो इसके लिए अमेरिका ने तुर्की को यूनान के जलक्षेत्र में रिसर्च न करने की हिदायत दी है।
वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिका ने तुर्की (Turkey) को यूनान (Greece) के जलक्षेत्र में रिसर्च न करने की सलाह दी है। पूर्वी भूमध्यसागर (Eastern Mediterranean) में तनाव बढ़ने की आशंका के मद्देनजर अमेरिका ने तुर्की के सिस्मिक रिसर्च (Seismic Research) को रोकने को कहा है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने स्पूतिनक को यह जानकारी दी कि यूनान के जलक्षेत्र में तुर्की द्वारा किए जा रहे रिसर्च को रोकने की बात कही गई है। मंगलवार को प्रवक्ता ने बताया, 'पूर्वी भूमध्यसागर के विवादित जलक्षेत्र में रिसर्च के लिए तुर्की ने NAVTEX जारी किया है जिससे अमेरिका अवगत है। हमने तुर्की के अधिकारियों से इस रिसर्च ऑपरेशन के लिए बनाई जा रही योजनाओं पर रोक लगा दी है।
NAVTEX यानि नैविगेशनल टेलेक्स (navigational text messages) एक डिवाइस है जो जहाज पर इस्तेमाल किया जाता है। इससे समुद्री जलक्षेत्र में मौसम या फिर किसी तरह के खतरे से संबंधित पूर्वानुमान और चेतावनी मिल जाती है। 21 जुलाई से 2 अगस्त के बीच तुर्की के ओरुक रीस ( Turkish Oruc Reis) जहाज के जरिए सिस्मिक सर्वे का अनुमान है जो 2 अगस्त तक यूनानी आइलैंड के पूर्व और दक्षिण में कर सकता है।
यूरोपीयन यूनियन के विदेश मामलों के प्रमुख जोसेप बोर्रेल ने हाल में ही तुर्की का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने र्वी भूमध्य सागर में तेल खोज के मामले पर तुर्की की यूनान एवं साइप्रस से विवाद का मुद्दा उठाया। दरअसल, तुर्की ने तेल खनन के कार्य की सुरक्षा के लिए युद्धपोत की तैनाती की है जबकि साइप्रस का दावा है कि जिस इलाके में तुर्की तेल खोज कर रहा है वहां पर उसका अधिकार है। यूनान सरकार के प्रवक्ता स्टेलियोस पेटसास ने कहा कि तुर्की द्वारा भूमध्य सागर में खनन अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के विपरीत है। उन्होंने कहा कि यूनान उसके खिलाफ संभावित राजनीतिक, कूटनीतिक और वित्तीय प्रतिबंधों की सूची बना रहा है।