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तुर्की में आतंकी हमले का अंदेशा, अमेरिका ने नागरिकों की यात्रा रोकी, अपहरण किए जाने की साजिश

तुर्की स्थित अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए जारी होने वाले वीजा की प्रक्रिया पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। ऐसा इस्तांबुल समेत पूरे तुर्की में अमेरिकी नागरिकों पर आतंकी हमले की सूचना मिलने पर किया गया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 10:09 PM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 10:09 PM (IST)
तुर्की में आतंकी हमले का अंदेशा, अमेरिका ने नागरिकों की यात्रा रोकी, अपहरण किए जाने की साजिश
तुर्की स्थित अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों के वीजा की प्रक्रिया पर रोक लगा दी है।

अंकारा, रायटर। तुर्की में स्थित अमेरिकी दूतावास ने शुक्रवार को अपने नागरिकों के लिए जारी होने वाले वीजा की प्रक्रिया पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी। ऐसा इस्तांबुल समेत पूरे तुर्की में अमेरिकी नागरिकों पर आतंकी हमले और अपहरण की साजिश की विश्वसनीय सूचना मिलने पर किया गया है।

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अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि उसे विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली है कि आतंकी इस्तांबुल में अमेरिकी और अन्य विदेशी नागरिकों पर हमला कर उन्हें अगवा करने की साजिश कर रहे हैं। तुर्की के कुछ अन्य शहरों में भी ऐसे हमले हो सकते हैं। अमेरिका वाणिज्य दूतावास भी आतंकियों के निशाने पर है। इसलिए अमेरिकी नागरिकों की प्रस्तावित तुर्की यात्रा को अस्थायी रूप से रोका जा रहा है। दूतावास के प्रवक्ता के अनुसार तुर्की के सुरक्षा हालात की समीक्षा में यह सूचना सामने आई है।

2017 में नववर्ष पर इस्तांबुल के एक नाइट क्लब में एक बंदूकधारी ने वहां मौजूद लोगों पर फायरिंग कर 39 लोगों की हत्या कर दी थी। बाद में इस घटना की जिम्मेदारी आतंकी संगठन आइएस ने ली थी। यह घटना तुर्की के इस्तांबुल और अन्य शहरों में लगातार हुए आतंकी हमलों में से एक थी। हालांकि बाद में तुर्की के सुरक्षा बलों ने इस्लामिक स्टेट के आतंकियों और कुर्द लड़ाकों के खिलाफ कार्रवाई की थी। सुरक्षा बलों की कार्रवाई में सैकड़ों लोग गिरफ्तार किए गए थे।

गौरतलब है कि अमेरिका में यह कमद ऐसे वक्‍त उठाया गया है जब तुर्की के साथ कई देशों का तनाव चल रहा है। पाकिस्तान और तुर्की के आतंकियों के चलते आर्मेनिया और अजरबेजान के बीच ताजा संघर्षविराम खतरे में पड़ता नजर आ रहा है। यही नहीं फ्रांस में भी चरमपंथी हमले हुए हैं। फ्रांस में विगत दिनों कक्षा में पैगंबर मुहम्मद के कैरिकेचर दिखाने के बाद इतिहास के शिक्षक सैमुअल पैटी की पेरिस में हत्या कर दी गई थी। इसमें कट्टरपंथियों का हाथ बताया गया है।  


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