Move to Jagran APP

बुरे फंसे डोनाल्ड ट्रंप, वाशिंगटन में SC ने शुरू की प्रेसिडेंसियल इम्यूनिटी मामले की सुनवाई

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बुरे फंस गए हैं। पॉर्न स्टार को धन देने के मामले की सुनवाई में शामिल होने के लिए वह न्यूयार्क में हैं। ट्रंप ने कहा कि आज एक बड़ा मामला सुनवाई के लिए था लेकिन न्यायाधीश ने मुझे जाने के लिए छूट नहीं दी। उनके अनुरोध को न्यूयार्क के राज्य सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जुआन मर्चन ने अस्वीकार कर दिया।

By Agency Edited By: Anurag GuptaPublished: Thu, 25 Apr 2024 11:45 PM (IST)Updated: Fri, 26 Apr 2024 12:04 AM (IST)
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो)

एपी, न्यूयार्क। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) बुरे फंस गए हैं। पॉर्न स्टार को धन देने के मामले की सुनवाई में शामिल होने के लिए वह न्यूयार्क में हैं। इस बीच, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट वाशिंगटन में इस बात पर बहस सुन रहा है कि राष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान किए गए कार्यों के लिए उन्हें अभियोजन से छूट दी जानी चाहिए या नहीं।

loksabha election banner

उन्होंने उस दिन के लिए अपने आपराधिक मुकदमे की सुनवाई से बाहर रहने के लिए अपील की थी, ताकि अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में शामिल हो सकें, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं मिली।

डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कुछ कहा?

ट्रंप ने कहा कि आज एक बड़ा मामला सुनवाई के लिए था, लेकिन न्यायाधीश ने मुझे जाने के लिए छूट नहीं दी। उनके अनुरोध को न्यूयार्क के राज्य सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जुआन मर्चन ने अस्वीकार कर दिया। वह गुप्त धन मामले की सुनवाई कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें: ट्रंप के आपराधिक मामले में ट्रायल शुरू करने के लिए जूरी चुनना बना चुनौतीपूर्ण, पॉर्न स्टार से जुड़ा है केस

क्या है पूरा मामला?

न्यायाधीश मर्चन ने ट्रंप के वकील टाड ब्लैंच से पिछले हफ्ते कहा था कि अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के सामने बहस करना बड़ी बात है। मैं निश्चित रूप से इसकी सराहना कर सकता हूं कि आपका मुवक्किल वहां क्यों रहना चाहेगा, लेकिन न्यूयार्क राज्य के सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा भी बड़ी बात है।

दोनों ही मामलों से ट्रंप खुद को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि वह चुनावी दौड़ में एक बार फिर से मजबूती से सामने हैं, लेकिन देश के सुप्रीम कोर्ट के सामने आए मामले के नतीजे भविष्य के राष्ट्रपतियों पर भी प्रभाव डालेंगे। न्यायाधीश पहले कभी नहीं पूछे गए सवाल का जवाब देंगे कि क्या और यदि हां, तो किस हद तक एक पूर्व राष्ट्रपति को अपने कार्यकाल के दौरान आधिकारिक कृत्यों से जुड़े कथित आचरण के लिए आपराधिक मुकदमा चलाने से प्रेसिडेंसियल इम्यूनिटी प्राप्त है।

यह भी पढ़ें: अमेरिकी चुनाव में कौन किससे आगे, NYT और सिएना सर्वे में खुलासा; किसकी लोकप्रियता में हुआ इजाफा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.