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ताईवान को 66 एफ--16 लड़ाकू विमानों की बिक्री पर अमेरिकी विदेश विभाग की मुहर

स्वायत्तशासी ताईवान को चीन अपना हिस्सा मानता है। उसके साथ किसी भी तरह के रक्षा सौदे को लेकर वह कार्रवाई की चेतावनी भी देता रहा है।

By Nitin AroraEdited By: Published: Wed, 21 Aug 2019 07:46 PM (IST)Updated: Wed, 21 Aug 2019 07:46 PM (IST)
ताईवान को 66 एफ--16 लड़ाकू विमानों की  बिक्री पर अमेरिकी विदेश विभाग की मुहर
ताईवान को 66 एफ--16 लड़ाकू विमानों की बिक्री पर अमेरिकी विदेश विभाग की मुहर

वॉशिंगटन, एजेंसी। अमेरिकी विदेश विभाग ने ताईवान को 66 एफ--16 ल़़डाकू विमान बेचने के लिए अपनी स्वीकृति दे दी है। आठ अरब डॉलर (करीब 57 हजार करोड़ रुपये) के रक्षा सौदे के तहत अमेरिका आधुनिक एफ--16 ल़़डाकू विमानों के अलावा अन्य हथियार भी ताईवान को मुहैया कराएगा। इस स्वीकृति पर ताईवान की राष्ट्रपति साई इंग--वेन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए अमेरिका का आभार जताया है। वेन ने कहा, इससे ताईवान अपने क्षेत्र की सुरक्षा ज्यादा मुस्तैदी के साथ करेगा।

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अमेरिकी विदेश विभाग की स्वीकृति की जानकारी देते हुए विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने मंगलवार को कहा कि ताईवान के साथ रक्षा सौदे को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले ही हरी झंडी दिखा चुके हैं। ताईवान को ल़़डाकू विमानों की बिक्री पर चीन के विरोध के बारे में पोंपियो ने कहा, 'अमेरिका और चीन के ऐतिहासिक संबंधों को लेकर भी हम सजग हैं।'

स्वायत्तशासी ताईवान को चीन अपना हिस्सा मानता है। उसके साथ किसी भी तरह के रक्षा सौदे को लेकर वह कार्रवाई की चेतावनी भी देता रहा है। इस रक्षा करार को लेकर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने सोमवार को कहा था कि ताईवान को हथियार देकर अमेरिका चीन के आंतरिक मामले में दखल दे रहा है। अमेरिका को यह सौदा तत्काल रोक देना चाहिए, नहीं तो इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे।


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