इंडो-पेसिफिक क्षेत्र में चीन को चुनौती, अमेरिका ने मालदीव के साथ रक्षा सहयोग समझौता किया
इंडो-पेसिफिक क्षेत्र में चीन को चुनौती अमेरिका ने मालदीव के साथ रक्षा सहयोग समझौता किया
वाशिंगटन, पीटीआइ। हिंद महासागर में शांति और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए अमेरिका ने मालदीव के साथ एक रक्षा सहयोग फ्रेमवर्क पर समझौता किया है। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने यह जानकारी दी है। पेंटागन ने कहा कि ट्रंप प्रशासन इंडो-पेसिफिक क्षेत्र में चीन की चुनौती से निपटने के लिए एलायंस को और मजबूती दे रहा है। पेंटागन ने बताया कि फिलाडेल्फिया में 10 सितंबर को दक्षिण और दक्षिणपूर्व एशिया के लिए उप सहायक रक्षा मंत्री रीड वर्नर और मालदीव की रक्षामंत्री मारिया दीदी ने रक्षा एवं सुरक्षा समझौते के लिए कार्यढांचे पर दस्तखत किए।
अमेरिकी रक्षा विभाग ने कहा कि जिस फ्रेमवर्क को लेकर समझौता हुआ है उससे हिंद महासागर में शांति और सुरक्षा को सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। यह समझौता दोनों देशों के गहरे संबंधों और सहयोग को निर्धारित करने के साथ ही रक्षा साझेदारी की दिशा में आगे की तरफ बढ़ाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। पेंटागन की मानें तो वर्नर और दीदी ने इस द्वीपीय राष्ट्र को कोरोना संकट से निपटने में अमेरिका की मदद पर भी चर्चा की। साथ ही उन विषयों पर भी बातचीत हुई जिनमें भविष्य में सहयोग की गुंजाइश है।
अमेरिकी रक्षा विभाग ने बताया कि दोनों देशों के बीच पहले रक्षा और सुरक्षा संवाद का कार्यक्रम तय करने को लेकर भी सहमति बनी। दोनों देशों ने स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई जो क्षेत्र के सभी राष्ट्रों की सुरक्षा और समृद्धि को मजबूती देता है। हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपिओ चीन पर निशाना साधते हुए कहा था कि ताइवान जलडमरूमध्य से लेकर हिमालय और उससे आगे तक चीन अपने पड़ोसियों को धमकाने में जुटा हुआ है। दक्षिण चीन सागर में भी वह ऐसा ही रवैया अपनाए हुए हैं।