सेंंसरशिप को लेकर चीन पर हमलावर अमेरिका ने पेश किए 3 कानून
चीन को मेडिकल व पॉलिटिकल सेंसरशिप के तहत दोषी करार दिया गया है जिसके कारण कोरोना वायरस ने महामारी का रूप ले लिया और पूरी दुनिया में तबाही मचाई है।
वाशिंगटन, एएनआइ। महामारी के बीच सेंंसरशिप को लेकर चीन को दंडित करने के लिए प्रयासरत अमेरिका के सांसदों ने तीन कानून पेश किए हैं। अमेरिकी सीनेटर टेड क्रूज ने ऐलान किया कि चीनी प्रोपैगैंडा पर लगाम लगाने के लिए उन्होंने तीन कानून पेश कर दिया। इसमें चीन को मेडिकल व पॉलिटिकल सेंसरशिप के तहत दोषी करार दिया गया है जिसके कारण कोरोना वायरस ने महामारी का रूप ले लिया और पूरी दुनिया में तबाही मचाई है।
सीनेटर टेड क्रूज और रिक स्कॉट ने माइक ब्रौन, मार्शा ब्लैकबर्न, जोनी अर्न्स्ट, मार्था मैकस्ली और टॉम कॉटन के साथ मिलकर कोविड-19 वैक्सीन संरक्षण अधिनियम पेश किया। इसमें होमलैंड सिक्योरिटी विभाग, राज्य विभाग और संघीय अनुसंधान ब्युरो द्वारा कोविड-19 वैक्सीन अनुसंधान से संबंधित गतिविधियों में भाग लेने वाले सभी चीनी छात्र वीजा धारकों की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गहन जांच के बाद अनुमति देने की मांग की गई है।
क्रूज ने चीन पर आरोप लगाया और कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी ने कोरोना वायरस प्रकोप को छुपाए रखा, वही निरंतर रूप से राष्ट्र प्रायोजित बौद्धिक संपदा की चोरी में भी संलग्न है। उन्होंने कहा कि हम चीन को अमेरिकी अनुसंधान और वैक्सीन के विकास के साथ चोरी या हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं दे सकते है।
चीन पर अमेरिका का गुस्सा जायज है। यहां का न्यूयार्क शहर पर सबसे अधिक इस महामारी की मार पड़ी है। अब तक यहां संक्रमण से 28,636 लोगों की मौत हो गई है और 76,410 मामले सामने आ गए हैं। वर्तमान में दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में अमेरिका है। यहां अब तक 15,51,853 मामले सामने आए हैं और 93,439 लोगों की मौत हो गई है। तमाम देशों की ओर से चीन को इस बात के लिए दंडित किए जाने की मांग की जा रही है और आरोप लगाया जा रहा है कि इसे महामारी बनाने के पीछे चीन का हाथ है। उसने लापरवाही दिखाई जिसका खामियाजा आज पूरा देश भुगत रहा है।