पहली बार महिला संभालेगी अमेरिकी खुफिया एजेंसी की कमान, सीनेट ने लगाई मुहर
अमेरिकी सीनेट ने शुक्रवार को जीना हेस्पाल के पक्ष में वोटिंग कर उनके सीआइए डायरेक्टर बने रहने पर मुहर लगा दी।
वाशिंगटन, प्रेट्र । आरोपितों और संदिग्धों से पूछताछ के अपने तरीकों के चलते विवादों में घिरी रहने वालीं जीना हास्पेल जल्द ही अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए का निदेशक पद संभालेंगी। अमेरिकी संसद के उच्च सदन सीनेट ने उनकी नियुक्ति पर मुहर लगा दी है। सीआइए के 70 साल के इतिहास में निदेशक पद पर पहुंचने वालीं जीना पहली महिला हैं। जीना एजेंसी के पूर्व प्रमुख माइक पोंपियो की जगह लेंगी। पोंपियो को विदेश मंत्री बनाए जाने के बाद से यह पद खाली था।
सीनेट ने जीना की नियुक्ति के प्रस्ताव को 45 के मुकाबले 54 वोट से पास कर दिया। विपक्ष के छह डेमोक्रेट सांसदों ने भी उनका समर्थन किया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी है। 61 वर्षीय जीना को पिछले साल सीआइए का उप निदेशक नियुक्त किया गया था। अपने करियर के दौरान अधिकतर समय वह गुप्त एजेंट की भूमिका में रहीं।
जीना ने बीती सदी के आठवें दशक में अफ्रीका में मदर टेरेसा के मानवीय कार्यो में भी सहायता की। लंबे समय से विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ कई मानवाधिकार संगठन उन पर पूछताछ के दौरान 9/11 हमले के संदिग्धों को प्रताडि़त करने का आरोप लगाते रहे हैं। जीना की नियुक्ति पर खुशी जताते हुए सीनेटर मार्को रूबियो ने कहा, 'खुफिया एजेंसी को उनके वर्षो के अनुभव का फायदा मिलेगा। मुझे भरोसा है कि उनके नेतृत्व में सीआइए दुनिया की सबसे बेहतरीन खुफिया एजेंसी बनी रहेगी।'
ट्रंप ने दी बधाई
जीना हास्पेल के सीआइए डायरेक्टर नियुक्त हो जाने पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर बधाई दी।
कौन हैं जीना हास्पेल
जीना हास्पेल साल 1985 से सीआइए से जुड़ी थीं, जिसके बाद उन्हें पिछले साल ही उपनिदेशक बनाया गया था। जीना ने ज्यादातर सीआइए की गुप्त एजेंट के तौर पर काम किया है। वहीं, हास्पेल के कामकाज और तरीकों को लेकर उनका विरोध भी किया जाता रहा है।
हालांकि सीआइए डायरेक्टर के तौर पर जीना हास्पेल ने विश्वास दिलाया है कि वह अपने विवादित कामकाज के तरीकों को भविष्य में नहीं दोहराएंगी। गौरतलब है कि 9/11 के हमले के बाद जीना हास्पेल पर लोगों को बुरी तरह प्रताड़ित करने का आरोप लगा था।