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टिकटॉक बैन करने की तैयारी में अमेरिका, पाबंदी के लिए बिल पर अगले सप्ताह वोटिंग

सोशल मीडिया एप टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने वाले एक विधेयक पर अमेरिका के संसद में वोट डाला जाएगा जिसके बाद इसके इस्तेमाल पर पूर्णत रोक लगाई जा सकती है।

By Monika MinalEdited By: Published: Thu, 16 Jul 2020 12:26 PM (IST)Updated: Thu, 16 Jul 2020 12:26 PM (IST)
टिकटॉक बैन करने की तैयारी में अमेरिका, पाबंदी के लिए बिल पर अगले सप्ताह वोटिंग

वाशिंगटन, एएनआइ। अगले सप्ताह अमेरिका की सीनेट कमेटी एक बिल पर वोट डालने वाली है जो सोशल मीडिया एप टिकटॉक (TikTok) के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाएगा। इससे सरकार की ओर जारी डिवाइसेज पर फेडरल कर्मचारियों द्वारा सोशल मीडिया एप टिकटॉक के इस्तेमाल पर रोक लग जाएगी। बता दें कि यह बिल रिपब्लिकन सीनेटर जोश हॉवले (Josh Hawley) द्वारा लाया गया है। इसके अलावा 25 अमेरिकी सांसदों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 15 जुलाई को लिखित तौर भारत द्वारा चीनी एप पर लगाए गए प्रतिबंध का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिकी जनता की प्राइवेसी व सुरक्षा के मद्देनजर सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

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टिकटॉक के कड़े आलोचक हॉवले ने इस एप को लेकर बार-बार देश की सुरक्षा पर सवाल उठाया है और यूजर के डाटा को लेकर चिंता उठाई है। हॉवले ने कहा, 'फेडरल कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए यह बड़ा रिस्क है... क्या हम चाहते हैं कि सभी फेडरल कर्मचारियों का जियो लोकेशन डेटा चीन को मिले।' टिक टॉक समेत तमाम चीनी एप पर अमेरिका कुछ ही हफ्तों में फैसला ले सकता है। ह्वाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज ने पत्रकारों से कहा, 'कार्रवाई के लिए खुद से कोई समय सीमा तय नहीं की गई है। लेकिन, मुझे लगता है कि कुछ हफ्तों में, न कि महीनों में, इस पर फैसला हो जाएगा। कई प्रशासनिक अधिकारी राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर इस मामले को देख रहे हैं। यह मामला टिक टॉक, वीचैट जैसे मोबाइल एप से जुड़ा है। इसका वास्ता एक विदेशी दुश्मन से है, जो अमेरिकी नागरिकों की निजी सूचनाएं जुटा रहा है।' कुछ दिन पहले ही अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने भी टिक टॉक पर प्रतिबंध लगाए जाने के संकेत दिए थे।

रिपब्लिकन सांसदों ने लिखी ट्रंप को चिट्ठी

रिपब्लिकन पार्टी के 25 प्रभावशाली सांसदों ने भारत की मिसाल देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से टिक टॉक समेत सभी चीनी एप पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। ट्रंप को लिखी चिट्ठी में सांसदों ने कहा है कि हमें भारत से सीख लेनी चाहिए, जिसने राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर असाधारण कदम उठाया। टिक टॉक समेत सभी चीनी एप का चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) से जुड़ाव है, जो इन एप के जरिये अमेरिका में घुसपैठ करती है और अपने हित साधती है। चीनी एप कंपनियां बेरोकटोक अमेरिकी यूजर्स का डाटा जुटा रही हैं। हमें भविष्य में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। चीनी एप से अमेरिका की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा पैदा हो सकता है। सांसदों ने देश की साइबर सिक्योरिटी को मजबूत बनाने के लिए कानून में भी बदलाव की अपील की है।

बिल पर वोटिंग अगले हफ्ते

अमेरिकी सीनेट की एक कमेटी अगले हफ्ते एक बिल पर वोट करेगी, जिससे चीनी सोशल मीडिया एप टिक टॉक का इस्तेमाल बंद हो जाएगा। यह बिल रिपब्लिकन सांसद जोश हॉवले की ओर से पेश किया गया है। इस बिल के पारित होने पर सरकार द्वारा दिए गए डिवाइसेस पर संघीय कर्मचारियों के टिक टॉक का इस्तेमाल करने पर रोक लग जाएगी।


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