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11 फरवरी को तुर्की रवाना होंगे अमेरिकी विदेश मंत्री, जानिए क्यों खास है दौरा

रविवार को तुर्की दौरे पर रवाना होंगे अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन। सीरिया और मानव अधिकारों को लेकर तुर्की के साथ महत्वपूर्ण वार्ता होगी।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Sat, 10 Feb 2018 11:49 AM (IST)Updated: Sat, 10 Feb 2018 11:50 AM (IST)
11 फरवरी को तुर्की रवाना होंगे अमेरिकी विदेश मंत्री, जानिए क्यों खास है दौरा
11 फरवरी को तुर्की रवाना होंगे अमेरिकी विदेश मंत्री, जानिए क्यों खास है दौरा

वॉशिंगटन (एएफपी)। अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन रविवार को तुर्की और चार मध्यपूर्वी देशों के दौरों पर रवाना होंगे। तुर्की दौरे से पहले उनके प्रतिनिमंडल की ओर से जारी बयान में कहा गया कि अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन अगले हफ्ते सीरिया और मानव अधिकारों पर नाटो सहयोगी तुर्की के साथ महत्वपूर्ण वार्ता करेंगे। उनका यह दौरा अमेरिका और तुर्की के बीच अंकारा में सैन्य अभियान से उपजे तनाव के बीच हो रहा है।

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अंकारा का सीरिया के खिलाफ क्रास-बॉर्डर अभियान

पिछले महीने के अंत में अंकारा ने उत्तर-पश्चिमी सीरिया में क्रॉस-बॉर्डर अभियान चलाया था। सीरिया में कुर्द मिलिशिया के खिलाफ तुर्की के इस अभियान में सात तुर्की सैनिक मारे गए थे। तुर्की अभियान ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ाने का काम किया, जिनके संबंध पहले से ही जटिल थे। अमेरिकी विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने टिलरसन के दौरे से पहले संवाददाताओं से कहा, 'हम उन्हें अफ्रिन में सैन्य अभियान और उत्तरी सीरिया में सीमा पार कार्रवाई के दौरान संयम बरतने का आग्रह करेंगे।' इस रविवार रेक्स टिलरसन तुर्की के दौरे पर जाएंगे। इसके अलावा वे काहिरा, कुवैत सिटी, अम्मान और बेयरूत भी जाएंगे।

नाम न उजागर करने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया, 'आप संयम बरसते की सलाह देना चाहते हैं और उन तरीकों की तलाश करें जिनसे आप जितनी जल्दी हो सके इसे खत्म करने में मदद कर सकते हैं।' तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान ने सीरिया के मनबीज से अपनी सेना वापस लाने के लिए अमेरिका को फोन किया है, जो अफरीन के पूर्व में पड़ता है।

ISIS से कैसा निपटा जाए, इसपर होगी चर्चा

अधिकारी ने कहा, 'जाहिर है हमें तुर्कों के साथ काम करने की जरूरत है, ताकि उनके दीर्घकालिक इरादों के बारे में अधिक जानकारी मिल सके, और एक तरह से अपनी वैध सुरक्षा चिंताओं पर गौर किया जाए। साथ ही हमले में मारे जा रहे नागरिकों की भी रक्षा की जा सके। इन सबके ऊपर आइएसआइएस को जड़ से खत्म किए जाने के इरादे पर और मजबूती से काम किया जाए, जहां अभी भी खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के हमले जारी हैं।'

इन विषयों का जिक्र करते हुए अधिकारी ने कहा कि तुर्की से महत्वपूर्व विषयों पर बातचीत होगी, ताकि इनका हल निकाला जा सके। टिलरसन की यात्रा के दौरान कई अन्य संवेदनशील विषयों पर भी बातचीत की उम्मीद जताई जा रही है। इनमें मानव अधिकार और गिरफ्तारी शामिल हैं, जो कि अमेरिका में 'आपराधिक' कहलाता है, जिसमें 2016 में तख्तापलट किए जाने के बाद घोषित आपातकाल की स्थिति का पालन किया गया था।

आतंकवाद के मुद्दे पर होगी चर्चा 

तुर्की ने पिछले साल देश में अमेरिकी राजनयिक मिशन के स्थानीय कर्मचारियों को हिरासत में लिया और तुर्की के एमनेस्टी इंटरनेशनल के राष्ट्रपति तनार किलिक को गिरफ्तार कर लिया था। अमेरिका का मानना है कि दोनों देश सीरिया की स्थिरता, आईएस की हार और कुर्दिस्तान श्रमिक पार्टी (पीकेके) का मुकाबला करने वाले बुनियादी अंतर्निहित हितों को साझा करते हैं, जो अंकारा और वेस्ट दोनों आतंकवादियों पर विचार करते हैं। बता दें कि तुर्की के अलावा टिलरसन 11 से 16 फरवरी के बीच जॉर्डन, लेबनान, मिस्र और कुवैत का भी दौरा करेंगे। तुर्की में टिलरसन देश के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इस दौरान द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे।


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