सलमान रुश्दी पर हुए हमले से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन भी दुखी, बोले- लेखक के जल्द स्वस्थ होने की कर रहा हूं प्रार्थना
बाइडन ने कहा कि मैं और मेरी पत्नी रुश्दी पर हुए हमले के बारे में सुनकर ही हैरान और दुखी हैं। उन्होंने कहा कि यह हमला निंदनीय है और हम सभी अमेरिकियों और दुनिया भर के लोगों के साथ उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं।
वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका में एक कार्यक्रम के दौरान भारतीय मूल के लेखक सलमान रुश्दी पर हुए हमले को लेकर अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का बयान सामने आया है। बाइडन ने कहा कि मैं और मेरी पत्नी जिल रुश्दी पर हुए हमले के बारे में जानकर हैरान और दुखी हैं। उन्होंने कहा कि यह हमला निंदनीय है और हम सभी अमेरिकियों और दुनिया भर के लोगों के साथ रुश्दी के स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। रुश्दी की प्रशंसा करते हुए बाइडन ने कहा कि लेखक की लेखनी से पता लगता है कि उनमें मानवता की अंतर्दृष्टि है। कहानी के लिए उनकी बेजोड़ भावना और बिना डरे सत्य लिखने की उनकी कला काबिले तारीफ है।
रुश्दी के कई अंगों को हुआ नुकसान
हमले के बाद से लेखक सलमान रुश्दी पेनसिल्वेनिया के एक अस्पताल में वेंटिलेटर पर हैं। हमलावर द्वारा चाकू के किए गए कई वार के चलते रुश्दी की स्थिति बीते 24 घंटों में सुधर नहीं पाई है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की माने तो रुश्दी की गर्दन और बाएं हाथ की कई नसें हमले के चलते कट गई हैं। डाक्टरों ने एक आंख के जख्मी होने की भी बात कही है, जिससे उसकी रोशनी जा सकती है। बता दें कि रुश्दी के पेट पर भी कई वार किए गए थे जिससे उनके लिवर को काफी नुकसान हुआ है।
आरोपी ने खुद को बताया निर्दोष
आरोपी हमलावर हादी मटर ने शनिवार को अदालत में पेश होने पर खुद को निर्दोष होने की याचिका दायर की है। अदालत द्वारा नियुक्त उसके वकील नथानिएल बैरोन ने यह बात अदालत में कही है। हमलावर ने हालांकि क्या कहा यह साफ नहीं हुआ है।
रुश्दी पर चाकू से किए गए कई वार
बता दें कि 75 वर्षीय रुश्दी पर पश्चिमी न्यूयॉर्क के चौटाउक्वा संस्थान में कलात्मक स्वतंत्रता पर एक व्याख्यान देने से पहले चाकू से हमला हुआ है। पुलिस का कहना है कि हमलावर पहले से की कार्यक्रम में टिकट लेकर मौजूद था और जैसे ही रुश्दी आए तो उसने हमला कर दिया।