अमेरिका में राष्ट्रीय आपातकाल, मैक्सिको सीमा पर दीवार बनने की बड़ी बाधा दूर
व्हाइट हाउस का कहना है कि अमेरिकी सुरक्षा के लिहाज के यह आपातकाल जरूरी था। अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर दीवार के निर्माण के लिए 5.6 बिलियन अमरीकी डालर प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
By Ramesh MishraEdited By: Published: Sat, 16 Feb 2019 10:44 AM (IST)Updated: Sat, 16 Feb 2019 11:30 AM (IST)
वाशिंगटन [ एजेंसी ] । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की है। राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर के बाद देश में आपातकाल लागू हो गया है। व्हाइट हाउस का कहना है कि अमेरिकी सुरक्षा के लिहाज के यह आपातकाल जरूरी था। ट्रंप के इस कदम से अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर दीवार के निर्माण के लिए 5.6 बिलियन अमरीकी डालर प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
दरअसल, अमेरिका संविधान में आपातकाल की घोषणा के बाद समस्त शक्तियां राष्ट्रपति में निहित हो जाती हैं। आपातकाल में समस्त वित्तीय शक्तियां भी राष्ट्रपति को प्राप्त हो जाती है। जाहिर है कि राष्ट्रपति की वित्तीय सहायता के लिए कांग्रेस के समर्थन की जरूरत नहीं होगी। वह आसानी से इसके लिए निधि हालिस कर लेंगे। बता दें कि ट्रंप ने मैक्सिको सीमा पर इस दीवार को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जरूरी कदम बताते आए हैं। इसका मकसद अवैध आप्रवासियों को देश में प्रवेश से रोकने और नशीली दवाओं पर अंकुश लगाना है।
जनवरी के प्रथम हफ्ते वरिष्ठ डेमोक्रेट सांसदों से मुलाक़ात के बाद ट्रंप ने ये धमकी दी थी वह संसद की मंज़ूरी के बिना मेक्सिको सीमा पर दीवार खड़ी करने के लिए राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर सकते हैं। तब उन्होंने डेमोक्रेट सांसदों से मेक्सिको सीमा पर दीवार खड़ी करने लिए फंड को मंज़ूरी देने की गुज़ारिश की थी। ट्रंप के इस क़दम को, सरकार को दीवार बनाने के लिए ज़रूरी धन जारी करने के लिए विपक्ष पर दबाव बनाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सैंडर्स सारा ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप इस धन विधेयक पर हस्ताक्षर करेंगे। इसके पूर्व ट्रंप राष्ट्रीय आपातकाल के ओदश पर हस्ताक्षर करेंगे। सारा ने कहा कि इस आपातकाल का मकसद राष्ट्रीय सुरक्षा और मानवीय संकट से देश को उबारना है। प्रेस सचिव ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के वक्त ट्रंप ने अपनी देश की सुरक्षा के लिए जो वचन दिए थे, वह अपने संकल्प पर कायम हैं। सीनेट के प्रमुख नेता मिच मैककोनेल के इस कदम को सार्वजनिक करने के तुरंत बाद व्हाइट हाउस का बयान आया।
उधर, राष्ट्रपति के इस कदम को लेकर विपक्ष की तीखी प्रतिक्रिया आई है। डेमोक्रेट्स ने कहा कि वह ट्रंप के इस कदम को सर्वोच्च अदालत में चुनौती देंगे। सीनेट के अल्पसंख्यक नेता चक शूमर और हाउस की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने कहा कि राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा करना एक निरर्थक और कानूनविहीन कार्य है। यह राष्ट्रपति पद की शक्ति का घोर दुरुपयोग है। विपक्ष ने कहा है कि ट्रंप को यह एक हताशा भरा कदम है। विपक्ष की इस प्रतिक्रिया पर सैंडर्स ने कहा कि हम किसी भी कानूनी चुनौतियों के लिए तैयार हैं। सैंडर्स ने कहा कि राष्ट्रपति अपना काम कर रहे हैं और कांग्रेस को अपना काम करना चाहिए।
दरअसल, अमेरिका संविधान में आपातकाल की घोषणा के बाद समस्त शक्तियां राष्ट्रपति में निहित हो जाती हैं। आपातकाल में समस्त वित्तीय शक्तियां भी राष्ट्रपति को प्राप्त हो जाती है। जाहिर है कि राष्ट्रपति की वित्तीय सहायता के लिए कांग्रेस के समर्थन की जरूरत नहीं होगी। वह आसानी से इसके लिए निधि हालिस कर लेंगे। बता दें कि ट्रंप ने मैक्सिको सीमा पर इस दीवार को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जरूरी कदम बताते आए हैं। इसका मकसद अवैध आप्रवासियों को देश में प्रवेश से रोकने और नशीली दवाओं पर अंकुश लगाना है।
जनवरी के प्रथम हफ्ते वरिष्ठ डेमोक्रेट सांसदों से मुलाक़ात के बाद ट्रंप ने ये धमकी दी थी वह संसद की मंज़ूरी के बिना मेक्सिको सीमा पर दीवार खड़ी करने के लिए राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर सकते हैं। तब उन्होंने डेमोक्रेट सांसदों से मेक्सिको सीमा पर दीवार खड़ी करने लिए फंड को मंज़ूरी देने की गुज़ारिश की थी। ट्रंप के इस क़दम को, सरकार को दीवार बनाने के लिए ज़रूरी धन जारी करने के लिए विपक्ष पर दबाव बनाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सैंडर्स सारा ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप इस धन विधेयक पर हस्ताक्षर करेंगे। इसके पूर्व ट्रंप राष्ट्रीय आपातकाल के ओदश पर हस्ताक्षर करेंगे। सारा ने कहा कि इस आपातकाल का मकसद राष्ट्रीय सुरक्षा और मानवीय संकट से देश को उबारना है। प्रेस सचिव ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के वक्त ट्रंप ने अपनी देश की सुरक्षा के लिए जो वचन दिए थे, वह अपने संकल्प पर कायम हैं। सीनेट के प्रमुख नेता मिच मैककोनेल के इस कदम को सार्वजनिक करने के तुरंत बाद व्हाइट हाउस का बयान आया।
उधर, राष्ट्रपति के इस कदम को लेकर विपक्ष की तीखी प्रतिक्रिया आई है। डेमोक्रेट्स ने कहा कि वह ट्रंप के इस कदम को सर्वोच्च अदालत में चुनौती देंगे। सीनेट के अल्पसंख्यक नेता चक शूमर और हाउस की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने कहा कि राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा करना एक निरर्थक और कानूनविहीन कार्य है। यह राष्ट्रपति पद की शक्ति का घोर दुरुपयोग है। विपक्ष ने कहा है कि ट्रंप को यह एक हताशा भरा कदम है। विपक्ष की इस प्रतिक्रिया पर सैंडर्स ने कहा कि हम किसी भी कानूनी चुनौतियों के लिए तैयार हैं। सैंडर्स ने कहा कि राष्ट्रपति अपना काम कर रहे हैं और कांग्रेस को अपना काम करना चाहिए।
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