रूस के साथ खराब संबंधों के लिए डोनाल्ड ट्रंप ने FBI को बताया जिम्मेदार
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस के अपने समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से वार्ता के लिए रविवार शाम को फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी पहुंच गए।
हेलसिंकी, एएफपी। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अपनी शिखर बैठक से पहले माहौल तैयार करते हुए दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों के लिए एफबीआई को जिम्मेदार बताया है।
अमेरिका के विशेष अभियोजक रॉबर्ट मूलर की जांच का हवाला देते हुए ट्रंप ने ट्वीट किया है, 'रूस के साथ हमारे संबंध कभी इतने खराब नहीं रहे और इसकी वजह वर्षों की अमेरिकी मूर्खता और बेवकूफी तथा निशाना बनाकर की जा रही जांच है। बता दें कि अमेरिका द्वारा अपने यहां चुनाव में दखल देने के मामले पर रूसी राजनयिकों को निकालना और ब्रिटेन में एक पूर्व रूसी एजेंट को जहर देने का मुद्दा जोरों से उठ सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस के अपने समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से वार्ता के लिए रविवार शाम को फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी पहुंच गए। दोनों देशों के बीच तनाव के मद्देनजर यह ट्रंप, पुतिन की पहली वार्ता है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, ब्रिटेन के दौरे के बाद ट्रंप हेलसिंकी पहुंचे हैं। पुतिन के साथ उनकी वार्ता के दौरान अनुवादक भी मौजूद होंगे। दोनों की यह मुलाकात सोमवार को होगी। इसके बाद दोनों राष्ट्रपति इस वार्ता के नतीजों को लेकर संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे।
महाशक्तियों के बीच मसले शीतयुद्ध के बाद अमेरिका
रूस के रिश्ते अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं। बिगड़ते रिश्तों के बीच राष्ट्रपति ट्रंप और उनके समकक्ष व्लादीमीर पुतिन की हेलसिंकी में मुलाकात का एजेंडा पर सबकी नजर है। दोनों महाशक्तियों के बीच प्रमुख मसले इस प्रकार हैं।
नई स्टार्ट संधि: परमाणु हथियारों में कमी लाने के लिए अमेरिका-रूस के बीच स्ट्रेटजिक आर्म्स रिडक्शन ट्रीटी हुई थी। मौजूदा संधि 2021 में खत्म हो रही है। संधि को पांच साल बढ़ाने का प्रावधान है। पुतिन संधि को बढ़ाना चाहते हैं। लेकिन ट्रंप इसके पक्ष में नहीं हैं।
राजनयिक विवाद: अमेरिका द्वारा अपने यहां चुनाव में दखल देने के मामले पर रूसी राजनयिकों को निकालना और ब्रिटेन में एक पूर्व रूसी एजेंट को जहर देने का मुद्दा जोरों से उठ सकता है।
सीरिया विवाद: सीरिया में रासायनिक हमलों को लेकर अमेरिका-रूस आमने-सामने हैं। इस हमले के पीछे राष्ट्रपति ट्रंप ने वहां की असद सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं रूस सीरिया के साथ खड़ा है।
यूक्रेन विवाद: रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले का अमेरिका अंतराष्ट्रीय मंच पर विरोध कर चुका है। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि जब तक रूस यूक्रेन की सीमा से अपनी सेना नहीं हटाता है। तब तक दोनों देशों के बीच रिश्ते सौहार्द्रपूर्ण नहीं हो सकते हैं। कड़े आर्थिक प्रतिबंध पिछले साल अमेरिकी चुनावों में हस्तक्षेप, सीरिया की असद सरकार को मदद और क्रीमिया पर कब्जा कर लेने के बाद अमेरिका ने रूस पर कई आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं।