अमेरिका में हल्के और मध्यम कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए क्लीनिकल ट्रायल शुरू
इस क्लीनिकल ट्रायल में रोग के इलाज के लिए सिंथेटिक मोनोक्लोनल एंटीबॉडी (mAbs) पर आधारित एक चिकित्सीय जांच शामिल है।
वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिका में हल्के और मध्यम रूप से संक्रमित कोरना मरीजों के इलाज के लिए क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो गया है। अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) ने मंगलवार को बताया कि अमेरिका में कोरोना के लिए एक संभावित चिकित्सीय सुरक्षा और उसकी प्रभावकारिता का मूल्यांकन करने के लिए दूसरे चरण का ट्रायल शुरू हो गया है। इस क्लीनिकल ट्रायल में कोरोना के इलाज के लिए सिंथेटिक मोनोक्लोनल एंटीबॉडी (mAbs) पर आधारित एक चिकित्सीय जांच शामिल है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ(NIH) का हिस्सा, यूएस नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिसीज़ (एनआईएआईडी) द्वारा प्रायोजित शोधकर्ता क्लीनिकल साइटों के साथ काम कर रहे हैं। वह संभावित वालंटियर्स पर काम कर रहे हैं, जो वर्तमान में कोराना से संक्रमित हैं। NIH की एक विज्ञप्ति के अनुसार, हल्के से मध्यम कोरोना मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है।
हल्के और मध्यम कोरोना संक्रमित मरीजों को मेडिकल थेरेपी या एक प्लेसबो लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा, जो कठोर रूप से डिज़ाइन किए गए क्लीनिकल के भाग के रूप में होगा। इस टेस्ट को ACTIV-2 के रूप में जाना जाता है। बाद में एक ही परीक्षण प्रोटोकॉल के तहत अन्य प्रायोगिक उपचारों की भी जांच कर सकता है।
लैटिन अमेरिका में 50 लाख से ज्यादा कोरोना पीड़ित
कोरोना वायरस के कहर से इस समय पूरी दुनिया जूझ रही है। लैटिन अमेरिका भी इससे अछूता नहीं है। इस क्षेत्र के देशों में भी महामारी तेज गति से अपने पांव पसार रही है। अब तक 50 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं। मरने वालों की संख्या भी दो लाख के पार पहुंच गई है। लैटिन अमेरिका में ब्राजील महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित है। इस देश में ही अकेले 27 लाख 50 हजार से ज्यादा कोरोना के मामले हैं। जबकि 96 हजार से अधिक पीडि़तों की जान गई है।समाचार एजेंसी रायटर के डाटा के अनुसार, लैटिन अमेरिका में सोमवार को कोरोना संक्रमित लोगों का आंकड़ा 50 लाख के पार हो गया। इससे जाहिर होता है कि यह क्षेत्र महामारी के लिहाज से ज्यादा संवेदनशील हो गया है, क्योंकि बहुत तेज गति से आंकड़ा बढ़ रहा है।