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कोरोना के जरिए चीन कर रहा भारत समेत कई देशों में घुसपैठ, अमेरिकी पत्रकार ने किया आगाह

चीन कोरोना वायरस के जरिये विश्व पर अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। अमेरिकी पत्रकार फरीद जकारिया ने चीन की नापाक हरकतों के बारे में सनसनीखेज खुलासे किए हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 29 Jun 2020 08:38 PM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2020 08:38 PM (IST)
कोरोना के जरिए चीन कर रहा भारत समेत कई देशों में घुसपैठ, अमेरिकी पत्रकार ने किया आगाह
कोरोना के जरिए चीन कर रहा भारत समेत कई देशों में घुसपैठ, अमेरिकी पत्रकार ने किया आगाह

वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिकी पत्रकार फरीद जकारिया का कहना है कि चीन वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के जरिये विश्व पर अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन हाल में भारत समेत अंतरराष्ट्रीय सीमाओं का अतिक्रमण करके चीन ने भीषण रणनीतिक गलती कर दी है। वाशिंगटन पोस्ट में प्रकाशित अपने लेख में पत्रकार जकारिया ने कहा, 'जैसे कोरोना संक्रमण से निपटने में अमेरिका कमजोर पड़ गया है, कई विशेषज्ञों ने चेताया है कि चीन इन हालात का फायदा विश्व में खुद को मजबूत करने के लिए उठाएगा।'

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सीएनएन के होस्ट जकारिया ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय भूभाग में बदलाव की रणनीतिक चाल की चीन की सबसे बड़ी गलती उसने हाल ही में भारत की गलवन घाटी में घुसपैठ करके की है। दोनों देशों के बीच लंबे समय से सीमा विवाद चल रहा है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान का उदाहरण देते हुए जकारिया ने कहा कि चीन के कूटनीतिज्ञों की नई पौध भेडि़यों की है, जिन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। यह आक्रामक और लड़ने को आमादा हैं। जिन्हें लगता है कि आक्रमण ही बचाव की बेहतरीन रणनीति है। जो उनके देश के प्रचार का शिकार नहीं होता, उस पर वह टूट पड़ते हैं।

जकारिया ने कहा कि झाओ लिजियान की भाषा कोविड-19 और उससे निपटने की उसकी नीति को लेकर भी बेहद अभद्र और भड़काऊ हो गई है। उन्होंने यह आरोप तक लगा दिया कि चीन में यह संक्रमण अमेरिकी सेना लेकर आई है। उन्होंने कहा कि बीजिंग की अपनी हरकतों के कारण हाल में चीन के संबंध अपने पड़ोसियों से खासे खराब हो गए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में चीनी जहाजों ने वियतनाम, मलेशिया और जापान के क्षेत्रों में या तो घुसपैठ की है या उनकी घेराबंदी करने की कोशिश की है।

हाल ही में 'द न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स' की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि ऐसे समय जब दुनिया महामारी से लड़ रही है चीन अपनी ताकत बढ़ाने में जुटा हुआ है। इस बार के रक्षा बजट में उसने भारी भरकम 6.6 फीसद की वृद्धि की है। इस बार का उसका रक्षा बजट लगभग 180 अरब डालर का रहा है। भले ही यह रक्षा बजट अभी अमेरिका के रक्षा बजट का एक चौथाई हो लेकिन कई क्षेत्रों में चीन की सेना अमेरिका से आगे निकल गई है। नेशनल पीपुल्स कांग्रेस में बजट भाषण के दौरान चिनफिंग ने कहा था कि अपने सैन्य अभियानों के लिए हमें सेना को बेहतर बनाना होगा। 


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