Move to Jagran APP

US Action on North Korea: उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के खिलाफ अमेरिका का एक्शन, उठाया ये कदम

अमेरिका ने उत्तर कोरियाई संगठनों के लिए खरीद और राजस्व सृजन में योगदान के लिए एयर कोरियो ट्रेडिंग कॉर्प के साथ-साथ रूसी वित्तीय संस्थान सुदूर पूर्वी बैंक और बैंक स्पुतनिक पर बैन लगाया है। इसके साथ एक व्यक्ति पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।

By Mahen KhannaEdited By: Published: Sat, 28 May 2022 08:58 AM (IST)Updated: Sat, 28 May 2022 09:51 AM (IST)
US Action on North Korea: उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के खिलाफ अमेरिका का एक्शन, उठाया ये कदम
जो बाइडन सरकार का उत्तर कोरिया पर एक्शन।

वाशिंगटन, रायटर। अमेरिका ने उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण कार्यक्रम के खिलाफ एक बड़ा एक्शन लिया है। बाइडन सरकार ने दो रूसी बैंकों, एक उत्तर कोरियाई कंपनी और एक व्यक्ति पर उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण का समर्थन करने पर बैन लगा दिया है। अमेरिका का यह कदम चीन और रूस द्वारा उत्तर कोरिया का साथ देने के एक दिन बाद आया है।

loksabha election banner

वित्तीय मदद करने पर दो रूसी बैंकों पर बैन

अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने एक बयान में कहा कि उसने उत्तर कोरियाई संगठनों के लिए खरीद और राजस्व सृजन में योगदान के लिए एयर कोरियो ट्रेडिंग कॉर्प के साथ-साथ रूसी वित्तीय संस्थान सुदूर पूर्वी बैंक और स्पुतनिक बैंक पर बैन लगाया है।

SANS प्रतिनिधि पर भी एक्शन

वाशिंगटन ने उत्तर कोरिया सेकेंड एकेडमी आफ नेचुरल साइंसेज (SANS) के अधीनस्थ संगठन के बेलारूस-आधारित प्रतिनिधि जोंग योंग पर बैलिस्टिक मिसाइलों के विकास से जुड़े उत्तर कोरियाई संगठनों का समर्थन करने के आरोप में प्रतिबंध लगाया है। 

ब्रायन नेल्सन ने दी और प्रतिबंध की चेतावनी

अमेरिकी ट्रेजरी आतंकवाद और वित्तीय खुफिया विभाग के अवर सचिव, ब्रायन नेल्सन ने एक बयान में उत्तर कोरिया को चेतावनी भी दी है। उन्होंने कहा कि अगर किम जोंग उन अपनी हरकतों से बाज नहीं आते तो ऐसे प्रतिबंध और लगाए जा सकते हैं। बता दें कि इस साल उत्तर कोरिया द्वारा अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) के छह परीक्षण किए गए हैं और प्योंगयांग 2017 के बाद से अपना पहला परमाणु परीक्षण करने की तैयारी कर रहा है।

चीन और रूस ने उत्तर कोरिया को वीटो से बचाया

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उत्तर कोरिया पर प्रतिबंधों को बढ़ाने के अमेरिका के प्रस्ताव को चीन और रूस ने वीटो कर बचाव किया था। वहीं भारत ने इसका समर्थन किया था। गौरतलब है कि अमेरिका यह प्रस्ताव उत्तर कोरिया के हाल के तीन मिसाइल परीक्षणों के विरोध में आया था और इसमें कच्चे तेल से लेकर तंबाकू सहित कई उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने की बात थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.