अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट: भारत को उकसाने के लिए अतिक्रमण के प्रयास कर रहा चीन
अमेरिका चीन की उकसावे वाली हरकतों को देखते हुए फिलहाल भारत का ही साथ दे रहा है।
वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिका की खुफिया एजेंसियों का मानना है कि तिब्बत से लद्दाख तक फैली पैंगोंग झील के दक्षिणी तट पर चीन के अतिक्रमण के ताजा प्रयासों का मकसद भारत को जानबूझकर उकसाना है। हालांकि भारतीय सेना ने अपना पूरा पराक्रम दिखाते हुए बिना एक गोली चलाए करीब 500 चीनी सैनिकों को वहां से खदेड़ दिया है।
अमेरिकी रक्षा विभाग ने कहा- चीन उकसावे वाली रणनीति अपना रहा
अमेरिकी रक्षा विभाग ने कहा कि चीन ने पिछले एक दशक में सैन्य खर्च को सबसे अधिक वरीयता दी है। ताकि वह सीमा से लगे क्षेत्रों में विवाद बढ़ा सके। वह भारत और भूटाने के क्षेत्रों में कब्जे के साथ ही पूर्व और दक्षिणी चीन सागर में भी अपनी दखलंदाजी खतरनाक स्तर तक बढ़ाता जा रहा है। चीन के नेता अपने इसी लक्ष्य को साधने के लिए ऐसे छोटे सैन्य संघर्षो को बढ़ावा देते हैं। अपनी इन्हीं साजिशों को अंजाम देने के लिए चीन अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के साथ ही उकसावे वाली रणनीति अपना रहा है।
भारतीय सेना के पराक्रम पर पीएलए के कमांडर अपनी सेना लौटाने को मजबूर हुए
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने भारतीय सेना के पराक्रम पर कहा कि जब भारत के जांबाज सैनिकों के हाथों मारे जाने का डर सामने नजर आने लगा तो पीएलए के स्थानीय कमांडर अपनी सेना को वापस बुलाने पर मजबूर हो गए। खुफिया रिपोर्ट के सूत्र ने अपना नाम जाहिर न करने की शर्त पर बताया कि भारतीय सैन्य बलों को कोई भी जमीनी नुकसान नहीं हुआ है। अमेरिकी न्यूज और वर्ल्ड रिपोर्ट के अनुसार हिमालय स्थित इस विशाल प्राकृतिक झील लगभग 4500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह 134 किमी लंबी है और भारत के लद्दाख़ से तिब्बत पहुंचती है। चीन में इस झील का दो तिहाई हिस्सा है। इसकी सबसे चौड़ी नोक आठ किमी चौड़ी है।
अमेरिकी खुफिया एजेंसियां चीन की उकसावे वाली हरकतों से हैरान
अमेरिका मानता है कि भारतीय सेनाओं ने विगत जून में गलवान में जिस तरह से चीनी उकसावे का सामना किया वह बेहद प्रभावशाली है। हालांकि जवाबी कार्रवाई में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए। अमेरिका चीन की उकसावे वाली हरकतों को देखते हुए फिलहाल भारत का ही साथ दे रहा है। अमेरिकी खुफिया एजेंसियां चीन की इस आत्मघाती हरकत से हैरान हैं। उनका कहना है कि यह वैसा ही है जैसे चीन ने खुद ही अपने पैरों में गोली मार ली हो।
अमेरिकी विशेषज्ञों ने चीन के ताजा हमले को तनाव बढ़ाने वाला बताया
अमेरिकी खुफिया अधिकारियों और स्थानीय विशेषज्ञों ने चीन के ताजा हमले के समय को भी तनाव को बढ़ाने वाला बताया है। हालांकि चीन खुद दावा करता रहा है कि वह शांति चाहता है और उसके लिए प्रयासरत है।
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के साथ वर्चुअल बैठक
भारतीय सूत्रों के अनुसार भारतीय अधिकारी इस महीने के आखिर में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के साथ वर्चुअल बैठक करने वाले हैं। यह इन देशों के बीच खुफिया जानकारियां साझा करने का समझौता होगा।