अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर महाभियोग चलाने को मंजूरी, आखिरी हफ्ते हो सकती है वोटिंग
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने घोषणा की है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया चलेगी।
वाशिंगटन, एपी। अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर संसद की कानूनी मामलों की समिति विचार कर रही है लेकिन उससे पहले ही प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नेंसी पेलोसी ने सदन में चर्चा को हरी झंडी दे दी है। अगर सब कुछ तय कार्यक्रम पर हुआ तो विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के बहुमत वाले इस निचले सदन में डोनाल्ड ट्रंप पर लगे आरोपों पर क्रिसमस (25 दिसंबर) के आसपास मतदान हो सकता है।
पद के दुरुपयोग का आरोप
गुरुवार को पेलोसी ने कहा, राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग के मामले में प्रतिनिधि सभा आगे बढ़ेगी। ऐसा हम दुखी मन से करेंगे लेकिन यह कार्य हमें पूरे विश्वास के साथ पूरा करना होगा। हमारे राष्ट्रपति ने संविधान का गंभीर उल्लंघन किया है। बुधवार को आई अमेरिकी संसद (प्रतिनिधि सभा) की जांच समिति की रिपोर्ट का यह निष्कर्ष निकाला था कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पद का दुरुपयोग किया। ऐसा उन्होंने 2020 के चुनाव में राजनीतिक लाभ पाने के लिए किया। इस दौरान ट्रंप ने विदेशी सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप करने की कोशिश की। उन पर महाभियोग के तहत कार्रवाई के पर्याप्त सुबूत हैं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति पर डाला था दबाव
मामला ट्रंप के पूर्व उप राष्ट्रपति जो बिडेन के खिलाफ यूक्रेन में जांच शुरू कराने की कोशिश का है। ट्रंप ने इसके लिए अपने यूक्रेनी समकक्ष वोलोदिमीर जेलेंस्की पर दबाव डाला था। कहा जाता है कि बिडेन डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से 2020 के चुनाव में ट्रंप के खिलाफ उम्मीदवार हो सकते हैं, इसलिए ट्रंप ने उनका रास्ता रोकने के लिए उन्हें जांच में फंसाने की कोशिश की। यह यूक्रेन था रूस नहीं, जिसने 2016 के अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप किया था।
व्हाइट हाउस ने रिपोर्ट को किया था खारिज
व्हाइट हाउस ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। कहा है कि यह जांच की एकतरफा प्रक्रिया चलाकर राष्ट्रपति ट्रंप को घेरने की कोशिश की गई। इसमें राजनीतिक हताशा के अलावा कुछ नहीं है।
उच्च सदन में है रिपब्लिकन का बहुमत
ट्रंप और जेलेंस्की के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत को कई अधिकारियों ने सुना। उनमें से एक अधिकारी ने व्हिसल ब्लोअर के रूप में डेमोक्रेटिक नेताओं से पूरी बताई और उसी के बाद ट्रंप पर महाभियोग चलाने की रूपरेखा तैयार हुई। अगर दो तिहाई बहुमत से संसद ने प्रस्ताव पारित कर दिया तो ट्रंप को राष्ट्रपति पद छोड़ना पड़ेगा। लेकिन इसकी संभावना बहुत कम है क्योंकि उच्च सदन सीनेट में ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत है, जहां महाभियोग प्रस्ताव के गिर जाने के आसार हैं।