यूएस की पहली हिंदू सांसद गबार्ड ने कहा- कठिन समय में भगवद् गीता से मिल सकती है शांति व शक्ति
हिंदू स्टूडेंट्स काउंसिल की स्थापना 1990 में हुई थी और यह उत्तरी अमेरिका का सबसे बड़ा हिंदू युवा संगठन है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका की पहली हिंदू सांसद तुलसी गबार्ड ने कहा है कि इस मुश्किल समय में भगवद् गीता से निश्चितता, शक्ति और शांति पाई जा सकती है।
अमेरिका की पहली हिंदू सांसद गबार्ड ने कहा- भगवद् गीता से मिल सकती है शांति व शक्ति
वर्चुअल दीक्षा समारोह 'क्लास ऑफ 2020 फॉर हिंदू स्टूडेंट्स' को संबोधित करते हुए हवाई से सांसद गबार्ड ने कहा कि इस मुश्किल समय में कोई भी निश्चित रूप से नहीं कह सकता कि कल कैसा होगा.. लेकिन भगवद् गीता में कृष्ण ने हमें जो भक्ति योग और कर्म योग की शिक्षा दी है, उस पर अमल करके हम निश्चितता, शक्ति और शांति पा सकते हैं।
'हिंदू स्टूडेंट्स काउंसिल' का वर्चुअल दीक्षा समारोह को फेसबुक और यूट्यूब पर लोगों ने लाइव देखा
पहली बार आयोजित इस वर्चुअल दीक्षा समारोह का आयोजन 'हिंदू स्टूडेंट्स काउंसिल' ने सात जून को किया था। इसे फेसबुक और यूट्यूब पर हजारों दर्शकों ने लाइव देखा। अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, भारत और आस्ट्रेलिया के सैकड़ों छात्रों ने साझा हिंदू मूल्यों पर गर्व करते हुए अपने इस अनोखे स्नातक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। समारोह में ओक्लाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी के रीजेंट प्रोफेसर और 2019 में पद्मश्री से अलंकृत प्रो. सुभाष काक ने ग्रांड मार्शल के तौर पर शिरकत की।
गबार्ड ने कहा- खुद से पूछें कि मेरे जीवन का मकसद क्या है
गबार्ड ने कहा, 'आप जब अपनी जिंदगी के इस नए अध्याय के बारे में सोचें तो खुद से पूछें कि मेरे जीवन का मकसद क्या है। यह बहुत गहरा प्रश्न है, अगर आप अभी समझ सकते हैं कि आपके जीवन का मकसद भगवान व भगवान की संतानों की सेवा करना और कर्म योग का पालन करना है तो आप सही मायने में सफल जीवन जी सकते हैं। सफलता को अस्थायी भौतिक चीजों, तुच्छ वस्तुओं या उपलब्धियों से परिभाषित नहीं किया जा सकता, बल्कि बेहद सफल और खुशहाल जिंदगी सेवा के इर्दगिर्द केंद्रित होती है।'
हिंदू स्टूडेंट्स काउंसिल की स्थापना 1990 में हुई थी
मालूम हो कि हिंदू स्टूडेंट्स काउंसिल की स्थापना 1990 में हुई थी और यह उत्तरी अमेरिका का सबसे बड़ा हिंदू युवा संगठन है।