जानें क्यों पड़ोसियों पर हमले कर रहा और उन्हें उकसा रहा चीन, क्या कहते हैं अमेरिकी विशेषज्ञ
अमेरिकी विशेषज्ञों ने गलवन घाटी में चीनी सेना की हिमाकत पर कहा है कि मौजूदा वक्त में एक सुनियोजित मंशा के साथ चीन अपने पड़ोसियों को उकसा रहा है।
वाशिंगटन/न्यूयॉर्क। गलवन घाटी में चीनी सेना की हिमाकत पर अमेरिकी विशेषज्ञों ने कहा है कि मौजूदा वक्त में एक सुनियोजित मंशा के साथ चीन अपने पड़ोसियों को उकसा रहा है और उन पर हमले कर रहा है। एशियाई मामलों पर एक पूर्व शीर्ष अमेरिकी राजनयिक का कहना है कि जब हर कोई यह अपेक्षा करता है कि चीन टकराव से बचकर देश की अर्थव्यस्था पर ध्यान केंद्रित करेगा तो वह पड़ोसी देशों को उकसाने की कोशिशों में लगा है।
एशिया सोसाइटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट (Asia Society Policy Institute) के उपाध्यक्ष डेनियल रसेल (Daniel Russel) ने कहा कि चीन ऐसे समय में पड़ोसियों को उकसा रहा है और उन पर हमले कर रहा है जब माना जा रहा है कि वह अपनी घरेलू अर्थव्यवस्था पर ध्यान देगा। इसके बजाए (चीन के राष्ट्रपति) शी चिनफिंग चीनी राष्ट्रवाद को लेकर एक सोची समझी अपील कर रहे हैं। चीन को ऐसा लग रहा है कि वह ऐसा करके मौजूदा मुश्किलों से पार पा लेगा।
समाचार एजेंसी पीटीआइ ने चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के हवाले से बताया है कि कोरोना संकट के चलते 2020 की पहली तिमाही में चीन के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी में 6.8 फीसद की गिरावट आई है। यह चीन की 1976 की सांस्कृतिक क्रांति के बाद से सबसे बड़ी गिरावट है। कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल रिलेशंस (Carnegie Endowment for International Relations) के एशले जे टेलिस का कहना है कि मौजूदा घटना से दोनों देशों के बीच काफी कुछ बदला है।
टेलिस की मानें तो मौजूदा घटना के बाद भविष्य में दोनों देशों के संबंधों को लेकर सवाल उठ खड़ा हुआ है। हालांकि दोनों ही देशों के नेता हर तरह की परेशानी, तनाव और दुश्मनी के बावजूद संबंधों को बनाए रखना चाहते हैं लेकिन भारतीय जवानों की शहादत के बाद दोनों देशों के संबंध दोबारा पहले जैसे कभी नहीं होंगे। काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशन के एलेसा आयरेस का कहना है कि पीएलए के इस कृत्य से पूरे क्षेत्र की स्थिरता को खतरा पैदा हुआ है।