US Elections 2020: तुलसी गबार्ड ने भी छोड़ा मैदान, करेंगी जो बिडेन का प्रचार
तुलसी ने अब अपनी पार्टी की उम्मीदवारी के लिए सबसे आगे चल रहे पूर्व उप राष्ट्रपति जो बिडेन का समर्थन करने का एलान किया है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका में चल रही राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया में अपनी डेमोक्रेटिक पार्टी में पिछड़ने के बाद भारतीय मूल की सांसद तुलसी गबार्ड (38) ने मैदान छोड़ दिया है। तुलसी अमेरिका की पहली हिंदू सांसद हैं और कई मौकों पर वह हिंदू संस्कृति की मजबूती के लिए आवाज उठा चुकी हैं। तुलसी ने अब अपनी पार्टी की उम्मीदवारी के लिए सबसे आगे चल रहे पूर्व उप राष्ट्रपति जो बिडेन का समर्थन करने का एलान किया है।
डेमोक्रेटिक पार्टी में राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवारी के लिए अब बिडेन और बर्नी सैंडर्स के बीच मुकाबला बचा है। हालांकि बर्नी जारी प्राथमिक चुनाव में बिडेन से काफी पीछे हैं। संभवत: बिडेन का ही मुकाबला रिपब्लिकन पार्टी की ओर से घोषित उम्मीदवार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से होगा। अमेरिका में राष्ट्रपति पद का चुनाव नवंबर में होना है। हवाई से सांसद तुलसी गबार्ड के समर्थन में बड़ी संख्या में भारतीय थे लेकिन वह आगे नहीं बढ़ सकीं। तुलसी अमेरिकी सेना की ओर से इराक युद्ध में भी जिम्मेदारी निभा चुकी हैं।
हवाई से सांसद तुलसी ने ऑनलाइन वीडियो संदेश में कहा, 'मैं आज राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी के प्रचार का अभियान रोक रही हूं। मैं पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन को अपना पूरा समर्थन देती हूं, जो इस देश को एकजुट रखना चाहते हैं।’ तुलसी ने आगे कहा कि हालांकि, मैं बिडेन के हर मुद्दों से इत्तेफाक नहीं रखती हूं लेकिन मैं जानती हूं कि वह सरल हृदय वाले इंसान हैं।
बता दें, गबार्ड ने अमेरिका में ‘हिंदूफोबिया’ को लेकर भी टिप्पणी की थी। ट्विटर पर उन्होंने अपनी एक पोस्ट में कहा था, ‘दुर्भाग्य से हिंदूफोबिया बिल्कुल वास्तविक है।
एलिजाबेथ वारेन ने छोड़ी थी दावेदारी
इससे पहले एलिजाबेथ वारेन ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए अपना अभियान समाप्त कर दिया। डेमोक्रेटिक पार्टी से उम्मीदवारी की दौड़ में अब पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन और सिनेटर बर्नी सैंडर्स रह गए हैं। उदारवादी सिनेटर वारेन मंगलवार तक 14 राज्यों में बर्नी और सैंडर्स से काफी पीछे चल रही थीं। इनमें उनका गृह राज्य मैसाचुसेट्स भी शामिल है।