US Elections 2020: जो बिडेन ने किया राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन, ट्रंप से मुकाबले को तैयार
US Elections 2020 जो बिडेन ने औपचारिक रूप से डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद का नामांकन किया।
वाशिंगटन, एपी। US Elections 2020, जो बिडेन ने औपचारिक रूप से डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद का नामांकन किया। जो बिडेन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए एक कठिन चुनौती है। अमेरिका कोरोना महामारी, आर्थिक पतन और नागरिक अशांति की पृष्ठभूमि से घिरा हुआ है। ऐसे में ट्रंप को चुनौती देने के लिए बिडेन मैदान में हैं।
अमेरिका का पूर्व उपराष्ट्रपति प्रभावी रूप से अपनी पार्टी के नेता रहे हैं क्योंकि डेमोक्रेटिक प्राइमरी में उनके आखिरी चैलेंजर बर्नी सैंडर्स ने अप्रैल में अपना अभियान समाप्त कर दिया था। लेकिन सात राज्यों और कोलंबिया जिले के राष्ट्रपति पद के लिए मंगलवार को आयोजित हुए प्राथमिक चुनाव के बाद बिडेन ने 1,991 प्रतिनिधियों के समर्थन के साथ अपना नामांकन किया। प्राइमरी चुनावों के तीन दिन बाद बिडेन को जीत हासिल हुए क्योंकि चुनावों में मेल बैलट में भारी वृद्धि से कई राज्यों के परिणाम आने में कई दिन लगा दिए। एसोसिएटेड प्रेस के विश्लेषकों की टीमों ने व्यक्तिगत कांग्रेस जिलों में वोटों को पार्स किया।
डेमोक्रेट्स व्यक्तिगत कांग्रेस जिलों में परिणामों के आधार पर पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में अधिकांश प्रतिनिधियों को पुरस्कृत करते हैं। बिडेन के पास अब 1,993 प्रतिनिधि हैं, जिसमें अभी भी आठ राज्यों और तीन अमेरिकी क्षेत्रों में प्रतियोगिताएं होनी हैं। बिडेन के नामांकन को हल्के धूमधाम के साथ पूरा किया गया, क्योंकि देश फिलहाल संकटों का सामना कर रहा है। जो बिडेन ने इस सप्ताह काफी बाहर दिखे। कोरोनोवायरस महामारी ने उन्हें पिछले तीन महीनों में काफी हद तक अपने विलमिंगटन, डेलावेयर, घर तक सीमित कर दिया है।
ग्रेट डिप्रेशन के बाद से ही अमेरिका में बेरोजगारी की दर इस समय सबसे खराब है। अमेरिका में फिलहाल जॉर्ज फ्लॉय़ड की मौत के बाद दर्जनों शहरों में आग भड़क उठी है।जॉर्ज फ्लॉय़ड, एक अश्वेत व्यक्ति की मौत उस वक्त हो गई, जब मिनियापोलिस के एक पुलिस अधिकारी ने फ्लॉयड की गर्दन को कई मिनट तक अपने घुटने दबाए रखा, अंत में सांस ना लेने पाने से उसकी मौत हो गई। इस घटना का वीडियो वायरस होने के बाद से ही पूरे अमेरिका में ट्रंप के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। ऐसे में ट्रंप की राह और मुश्किल होती जा रही है।