भारतीयों को अमेरिका में राहत, H-1B वीजा से जुड़े दस्तावेज जमा कराने को 60 दिन की मोहलत
अमेरिका ने उन एच-1बी वीजाधारकों और ग्रीन कार्ड आवेदकों को दस्तावेजों को जमा कराने के लिए 60 दिन की मोहलत दी है जो अब तक कोरोना के चलते डॉक्यूमेंट जमा नहीं कर पाए हैं।
वाशिंगटन, पीटीआइ। कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच अमेरिका ने प्रवासियों को बड़ी राहत दी है। ट्रंप प्रशासन ने उन एच-1बी वीजाधारकों और ग्रीन कार्ड आवेदकों को दस्तावेजों को जमा कराने के लिए 60 दिन की मोहलत दी है जो अब तक कोरोना के चलते डॉक्यूमेंट जमा नहीं कर पाए हैं। अमेरिकी सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (US Citizenship and Immigration Services, USCIS) ने शुक्रवार को कहा कि आवेदकों को 60 दिन का ग्रेस पीरियड दिया जाएगा।
यूएससीआईएस के मुताबिक, जिन लोगों को छूट में शामिल किया गया है वे लोग अपने दस्तावेज जमा कर सकेंगे या अपना आवेदन वापस या फिर उसे निरस्त करा सकेंगे। अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवाओं (USCIS) ने कहा कि नोटिस या अनुरोध का जवाब देने के लिए पूर्व की निर्धारित तिथि के बाद भी यदि 60 दिन के भीतर यदि कोई जवाब मिलता है तो उस पर विचार किया जाएगा।
यूएससीआईएस का कहना है कि उसके कार्यबल आव्रजन लाभों का इंतजार कर रहे लोगों को परेशानियों से बचाने के लिए कई उपाय कर रहे हैं। अमेरिका में कोरोना के कारण कारोबार प्रभावित हुए हैं जिसका असर एच-1बी वीजा धारकों पर पड़ रहा है। बता दें कि यूएससीआईएस हर साल कुशल विदेशी कर्मचारियों को 65 हजार वर्क वीजा जारी करता है। यही नहीं अमेरिकी संस्थानों से उच्च डिग्री पाने वाले कुशल प्रवासियों को भी अतिरिक्त 20 हजार H-1B वीजा जारी किया जा सकता है।
मौजूदा कानून के मुताबिक, अमेरिकी प्रशासन हर साल सात फीसद के कंट्री कैप के साथ अधिकतम एक लाख 40 हजार रोजगार आधारित ग्रीन कार्ड जारी कर सकता है। नियमों के मुताबिक, अमेरिका में यदि कोई एच-1बी वीजाधारक की कंपनी ने उसके साथ कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया है तो वीजा बनाए रखने के लिए उसे 60 दिन के भीतर नई नौकरी तलाशनी होगी। ऐसे में जब अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी संकट है ट्रंप प्रशासन की उक्त पहल प्रवासियों खासकर भारतीयों के लिए बेहत मददगार साबित होगी।