अमेरिका ने चीन पर फिर बोला हमला, ड्रैगन की सफाई, कहा- वुहान लैब से नहीं निकला कोरोना
अमेरिकी विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कोरोना को लेकर चीन पर ताजा हमला बोला है। वहीं दूसरी ओर चीन ने सफाई में हा है कि यह वायरस वुहान लैब से नहीं निकला...
वाशिंगटन/बीजिंग, एजेंसियां। कोरोना को लेकर अमेरिका के विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने चीन पर ताजा हमला बोला है। विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने महामारी के लिए चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की विस्तारवादी नीति को जिम्मेदार ठहराया है, वहीं सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने भी चीन को घेरा है। इस बीच चीन ने एक बार फिर इस बात से इन्कार किया है कि वुहान स्थित उसकी लैब से कोरोना वायरस पैदा हुआ है।
पोंपियों ने कम्युनिस्ट पार्टी पर मढ़ा दोष
समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, पोंपियो ने कहा, दुनिया में हुए वायरस के प्रकोप के लिए चीन की कम्युनिस्ट पार्टी जिम्मेदार है। वह किसी भी कीमत पर दुनिया पर अपना प्रभाव कायम करना चाहती है, उसी का नतीजा है कि उसने जान-बूझकर कोरोना वायरस का संक्रमण फैलाया। वहीं सीबीएस न्यूज पर आयोजित परिचर्चा में सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने कहा कि कोरोना वायरस चीन का पैदा किया हुआ है।
चीन ने रोकने का कोई कदम नहीं उठाया
अमेरिका के सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि चीन ने संक्रमण को देश से बाहर फैलने से रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं किए। यही कारण है कि अब वह उससे जुड़े मामले की जांच से भाग रहा है। उल्लेखनीय है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पोंपियो पहले भी कई बार कोरोना वायरस के प्रकोप को लेकर चीन पर शाब्दिक हमले करते रहे हैं। बीते दिनों दोनों नेताओं ने वुहान लैब से कोरोना के फैलने का आरोप लगाया था।
वुहान लैब में तीन तरह के कोरोना वायरस
वहीं वुहान विषाणु विज्ञान संस्थान की निदेशक ने कहा कि उनकी लैब में तीन तरह के सक्रिय कोरोना वायरस हैं, लेकिन उनमें कोई भी उस वायरस से मेल नहीं खाता, जिससे कोविड-19 महामारी फैली है। संस्थान की निदेशक वांग यान्यी ने शनिवार रात सरकारी टेलीविजन चैनल सीजीटीएन के साथ बातचीत में कहा कि यह कहना कि कोरोना वायरस मेरी लैब से निकला है, पूरी तरह से मनगढंत बात है।
सभी मिलकर पता लगाएं कि कहां से आया कोरोना
वांग ने कहा कि सबको मिलकर यह पता लगाने की जरूरत है कि यह वायरस कहां से फैला। अंतरराष्ट्रीय बौद्धिक समुदाय का मानना है कि जंगली जानवरों से फैला है। जहां तक उनकी लैब की बात है तो वहां तीन तरह के सक्रिय वायरस हैं। इनमें से सिर्फ एक वायरस सार्स वायरस से 96 फीसद मेल खाता है लेकिन कोविड-19 वायरस से यह वायरस 79.8 फीसद ही मेल खाता है। मालूम हो कि कुछ साल पहले चीन में सार्स नामक बीमारी फैली थी, जिससे ब़़डी संख्या में लोगों की मौत हुई थी।