Move to Jagran APP

अमेरिका बोला- कोरोना की जांच प्रभावित कर रहा चीन, संदिग्ध वैक्सीन लगाकर विश्व को खतरे में डालने की कोशिश

कोरोना वायरस महामारी (COVID-19 Pandemic) को लेकर अमेरिका ने एक बार चीन को घेरा है। वायरस के प्रसार को लेकर चीन से पारदर्शिता की मांग करने को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया है। उसने कहा है कि चीन डब्लूएचओ की जांच को प्रभावित कर रहा है।

By TaniskEdited By: Published: Sat, 19 Dec 2020 12:16 PM (IST)Updated: Sat, 19 Dec 2020 12:16 PM (IST)
अमेरिका बोला- कोरोना की जांच प्रभावित कर रहा चीन, संदिग्ध वैक्सीन लगाकर विश्व को खतरे में डालने की कोशिश
कोरोना को लेकर अमेरिका ने एक बार चीन को घेरा।

वाशिंगटन, पीटीआइ। कोरोना वायरस महामारी (COVID-19 Pandemic) को लेकर अमेरिका ने एक बार चीन को घेरा है। वायरस के प्रसार को लेकर चीन से पारदर्शिता की मांग करने को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया है। साथ ही कहा आरोप लगाया है कि चीन, वुहान में घातक वायरस की उत्पत्ति को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की जांच में बाधा डाल रहा है। बीमारी के बारे में पता लगने के एक साल बाद अपने नागरिकों को कोरोना की संदिग्ध वैक्सीन को लगाकर पूरे विश्व को फिर खतरे में डालने का प्रयास कर रहा है।

loksabha election banner

बता दें कि अमेरिका कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां अब तक एक करोड़ 74 लाख से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं और इनमें से तीन लाख 13 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने शुक्रवार को कहा कि बीमारी के बारे में दुनिया को जानकारी मिलने के लगभग एक साल बाद अभी भी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी वायरस के बारे में गलत जानकारी फैला रही है और इसकी उत्पत्ति को लेकर डब्लूएचओ की जांच में बाधा डाल रही है।

पोंपियो ने कहा चीन वैक्सीन को लेकर भी चीन पारदर्शिता नहीं बरत रहा है। वैक्सीन को लेकर ट्रायल के डाटा भी संदिग्ध हैं। ऐसा करके वह चीन की जनता ही नहीं, पूरे विश्व को खतरे में डाल रहा है। यह चीनी नागरिकों के साथ-साथ दुनिया के लिए खतरनाक है। 

पोंपियो ने कहा कि दुनिया के तमाम देशों को महामारी की उत्पत्ति और प्रसार को लेकर चीन से पारदर्शिता की मांग करनी चाहिए, जिसके कारण अभी तक दस लाख से अधिक लोगों की जान चली गई है और लाखों आजीविका बर्बाद हो गई है। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो स्वास्थ्य संकट को लेकर चीन का रिकॉर्ड इस बात का संकेत है कि भविष्य में यहां एक और महामारी पैदा हो सकती है।

पोंपियो ने आरोप लगाया चीन ने उन बहादुर चीनी वैज्ञानिकों, डॉक्टरों और पत्रकारों को दंडित किया, जिन्होंने दुनिया को इस वायरस के खतरों के प्रति सचेत करने की कोशिश की। बता दे कि चीन ने कोरोना पर पोंपियो के बयानों के राजनीति से प्रेरित बताकर खारिज करता रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.